श्रेया की रिक्वेस्ट ठुकरा नहीं पाए शिवराज, कहा- सीएम हूं इसलिए झेल रहे हैं लोग

भोपाल। मध्य प्रदेश के 62वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में गायिका श्रेया घोषाल ने एक से बढ़कर एक फिल्मी गाने सुनाकर भोपालियों का दिल जीत लिया। श्रेया के पहले गाने के बाद सीएम ने मंच पर उनका सम्मान किया। इस बीच एंकर ने श्रेया को बताया कि, ‘श्रेया जी आपको ये जानकार हैरानी होगी कि हमारे सीएम भी बहुत अच्छा गा लेते हैं।’ इस बात पर हैरानी जाहिर करते हुए श्रेया ने कहा कि, अगर ऐसा है तो आज सीएम साहब को एक गाना गाना ही पड़ेगा।

-श्रेया की डिमांड पर सीएम ने कहा कि, भाषण दे-दे कर मेरा गला खराब हो गया है। आज गाने की स्थिति में नहीं हूं। वैसे भी जनता आपको सुनना चाहती हैं, मैं इनका सीएम हूं इसलिए मेरा गाना झेल लेती है।

-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले तो गला खराब होने का बहाना बनाया, लेकिन लाेग चिल्लाने लगे और बार-बार गाने की आवाज लगाने तो उन्होंने अपना पसंदीदा गाना, ‘ नदिया चले, चले रे धारा, चंदा चले, चले रे तारा, तुझको चलना होगा…” गाना गाकर सभी का दिल जीत लिया। उनके साथ श्रेया घोषाल ने भी सुर में सुर मिलाया। वहीं, दर्शकों के बीच बैठीं सीएम की पत्नी साधना सिंह ने गाना खत्म होते ही जमकर तालियां बजाई।

– यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसी मंच पर गाना गाया हो, इससे पहले भी वे कई मौके पर गाना गा चुके हैं। शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में कई मंत्री ऐसे हैं, जो आज भी कई मंचों पर गाना गाते दिख जाएंगे। महू से विधायक और भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय गाना गाकर काफी मशहूर हुए हैं।

उनके निवास पर होने वाले हर कार्यक्रम में वह स्वयं गाना गाते हैं। मुख्यमंत्री भी हमेशा जनता की फरमाइश पर अपने पसंदीदा गीतों को गुनगुना देते हैं।
– समारोह में प्रसिद्ध कवि व एंकर शैलेष लोढ़ा ने हास्य रचनाओं से सुनने वालों को खूब हंसाया।

शैलेश ने अपने व्यंग्य से अमेरिका पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि इस समय अमेरिका की हर जगह चर्चा हो रही है क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हाल ही में अमेरिका की यात्रा कर लौटे हैं और उन्होंने जो अमेरिका में बयान दिया है , उसकी पूरी दुनिया में इस समय चर्चा की जा रही है और होना भी चाहिए।

यदि हमने अमेरिका को सच दिखा दिया तो इसमें गलत क्या है। शैलेष के हास्य व्यंग्यों से खूब हंसाया। उन्होंने भोपाल पहुंचकर भोपालियों की बखूबी नकल भी की। जिस समय शैलेश भोपालियों की नकल उतार रहे थे, उस समय मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी साधना सिंह भी हंस हंस के लोट पोट हो रहे थे। ​