दिल्ली में ट्रकों की एंट्री को हरी झंडी, निर्माण कार्यों पर लगा बैन भी हटाया गया

पर्यावरण प्रदूषण (नियंत्रण एवं निरोध) प्राधिकार (ईपीसीए) ने बड़ा कदम उठाते हुए 9 नवंबर रात 11 बजे से दिल्ली बॉर्डर पर खड़े ट्रकों से बैन हटाने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, निर्माण कार्यों पर रोक को भी हटाने का निर्देश जारी किया है। इसके अलावा, दिल्ली में पार्किंग शुल्क में चार गुना इजाफा किया गया था, इस पर से भी बैन हट जाएगा। जानकारों की मानें तो हर रोज छोटे-बड़े करीब 35 हजार ट्रक दिल्ली से होकर गुजरते हैं। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ये कदम उठाया गया था।
यहां पर बता दें कि जानलेवा प्रदूषण से बचने के लिए उठाए गए सख्त कदमों की कड़ी में दिल्ली में ट्रकों की एंट्री रोक दी गई थी। इसके बाद से ट्रक दिल्ली बॉर्डर पर रुकने शुरू हो गए थे। ये आदेश 9 नवंबर रात 11 बजे से ही लागू कर दिए गए थे। इस दौरान जो ट्रक जहां था, उसे वहीं रोक दिया गया था।
इसके बाद से हाल ये हो गया कि दिल्ली बॉर्डर पर ट्रकों की लंबी-लंबी लाइन लग गई थी। दिल्ली शहर में भी ट्रक रात 11 बजे के बाद सड़क किनारे खड़े हो गए था। इस दौरान ट्रकों पर रोक का निर्णय 12 नवबंर तक लिया गया था, लेकिन प्रदूषण नहीं घटने की सूरत में इसे बढ़ा दिया गया था।
हालांकि, प्रशासन की एक चिंता ये भी थी कि ट्रकों की एंट्री बैन होने के बाद बॉर्डर एरिया में ट्रकों की वजह से जाम भी लग सकता है। बता दें कि लगभग 35 हजार ट्रक हर दिन दिल्ली सीमा से गुजरते हैं।
ट्रकों पर बैन के दौरान जाम से बचने के लिए यूपी, हरियाणा, राजस्थान सहित और दूसरे राज्यों से इसमें सहयोग की अपील की गई थी।
बैन को प्रभावी बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस और एमसीडी के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। पुलिस और एमसीडी को मिलाकर कई टीम बनाई गई थीं, जो बॉर्डर पर तैनात थीं।