हरदा में बिजलीकर्मी के साथ दुर्व्‍यवहार,आरोपी के खिलाफ एफआईआर

भोपाल/ हरदा 26 सितंबर। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा हरदा वृत के अन्तर्गत रेलवा पॉवर हाउस में ड्यूटी पर तैनात बिजलीकर्मी से दुर्व्‍यवहार व मारपीट करने वाले आरोपित के खिलाफ थाना हंडिया जिला हरदा में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

सहायक प्रबंधक विद्युत वितरण केन्‍द्र हरदा ग्रामीण  पवन वारस्‍कर ने बताया कि ग्राम सिहाड़ा जिला खंडवा के 33/11 केव्‍ही ग्राम रेलवा पॉवर हाउस में  नितिन शर्मा परीक्षण सहायक (संविदा) के पद पर पदस्‍थ हैं। 21 सितंबर 2025 को रात्रि साढ़े तीन बजे के दौरान ग्राम धनगांव निवासी श्री कपिल विश्‍नोई पिता श्री किशोर विश्‍नोई ने पॉवर हाउस आकर शराब पीने के लिए पानी की मांग की। उसे पानी देने से मना करने पर ड्यूटी पर तैनात परीक्षण सहायक  नितिन शर्मा से आरोपित ने गाली गलौच करते हुए मारपीट, जान से मारने की धमकी तथा शासकीय कार्य में बाधा डाली गई। इस संबंध में कंपनी द्वारा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आरोपित श्री कपिल विश्‍नोई के खिलाफ बीएनएस 2023 की धारा 132, 296, 115(2), 351(2) में एफआईआर दर्ज की गई है। इधर थाना हंडिया जिला हरदा ने प्रकरण पर संज्ञान लेकर विवेचना शुरू कर दी है।

बिजली कंपनी के मैदानी कर्मचारियों और अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट / दुर्व्यवहार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने तुरन्त एफ.आई. आर. कराने के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने कहा है कि प्रायः देखने में आ रहा है कि बिजली कर्मियों पर ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट / दुर्व्यवहार किया जा रहा है। चूंकि ऐसी घटनाएं विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल गिराती हैं, इसलिए कंपनी के कार्यक्षेत्र में कार्यरत सभी नियंत्रणकर्ता अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मैदानी अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार या मारपीट की घटनाओं को पूरी गंभीरता से लिया जाए।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री क्षितिज सिंघल ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों/कर्मचारियों से दुर्व्यवहार या मारपीट के मामलों को शासकीय कामकाज में बाधा डालने के तौर पर लिया जाकर तुरंत कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने मैदानी अधिकारियों/कर्मचारियों से कहा है कि विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर लगातार नजर रखें और जिले के कलेक्टर / पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर किसी भी अप्रिय स्थिति में उनसे आवश्यक सहयोग प्राप्त करें।