नाबालिग दुष्कर्म विक्टिम की पढ़ाई और इलाज का खर्च उठाएगी सरकार

भोपाल। नाबालिग बच्ची से हुए दुष्कर्म मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को महिला और बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस से चर्चा की। लंबी चली चर्चा के बाद सीएम ने बच्ची की पढ़ाई और इलाज का पूरा खर्चा उठाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने मंत्री चिटनीस से बढ़ते महिला अपराधों को लेकर भी चर्चा की। गौरतलब है कि रेप के बाद प्रेग्नेंट हुई 12 साल की मासूम से मंगलवार को चाइल्ड होम में जीआरपी और काउंसलर ने घटना के बारे में सवाल-जवाब किए।
-सवाल-जवाब के दौरान वह कभी गुमसुम हो गई और कभी रोने लगी। तीन घंटे की पूछताछ में बस इतना बोली कि अंकल आते थे, चॉकलेट देते थे और सुनसान जगह पर ले जाते थे। उधर, ‘गौरवी’ से लेकर रेलवे पुलिस तक एक्टिव हो गए।
बच्ची से गैंगरेप का मामला दर्ज…
-‘गौरवी’के आवेदन पर जीआरपी ने बच्ची से सामूहिक रेप का केस दर्ज कर लिया।
-बच्ची से रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर छह के पास में बने एक फूटे मकान में 4 दरिंदों ने अलग-अलग समय ज्यादती की।
-उधर, बच्ची को सुल्तानिया हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
पेट में चार माह का गर्भ, दर्द होता है तो बोलती है- भूख लगी है….
मासूमियत…
-जब बच्ची से पूछा गया कि क्या उन अंकल को पहचान सकोगी? तो सिर्फ नहीं में सिर हिलाया। प्रेग्नेंट होने से दर्द होता है तो पेट को दबाते हुए कहती है-भूख लगी है, खाना दो।
हैवानियत…
-बच्ची की मासूमियत का फायदा उठाया गया। चॉकलेट का लालच देकर एक बार नहीं, बल्कि पिछले चार माह में कई बार ज्यादती की गई। 12 साल की बच्ची प्रेग्नेंट हो गई।
ये कैसी इंसानियत…
-पीड़िता को आश्रय देना गौरवी सेंटर की जिम्मेदारी थी। पर संस्था बचती रही। पुलिस ने भी केस दर्ज करने में तब तक रुचि नहीं दिखाई, जब तक कोई आगे नहीं आया।
केस दर्ज करने में 4 दिन क्यों लगे?
– रेलवे पुलिस की एसपी रुचि वर्धन मिश्र ने कहा-गौरवी संस्था ने सोमवार शाम को ही बच्ची से दुष्कर्म की जानकारी दी थी। जानकारी मिलते ही हमारी ओर से एफआईआर दर्ज कर ली गई।
– एक्शन एड की रीजनल मैनेजर सारिका सिन्हा ने कहा- बच्ची की शुक्रवार शाम 6:30 बजे की गौरवी में एंट्री है। लेकिन चाइल्ड लाइन वाले उसे रात 10 बजे ले गए। अब तक ऐसा केस कभी नहीं आया।