मप्र मानव अधिकार आयोग की बैंच द्वारा देवास में लंबित प्रकरणों की सुनवाई

मप्र मानव अधिकार आयोग की फुल बैंच द्वारा बुधवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में मानव अधिकार से संबंधित लंबित मामलों की सुनवाई की गई। बैंच में आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री नरेन्द्र कुमार जैन, सदस्य श्री मनोहर ममतानी एवं श्री सरबजीत सिंह ने प्रकरणों में सुनवाई की। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतु, एडीएम श्री नरेंद्र सूर्यवंशी, एएसपी श्री जगदीश डावर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण सुनवाई के दौरान पूरे समय उपस्थित रहे।
बैंच द्वारा कुल 58 प्रकरणों में सुनवाई की गई, इनमें से 23 प्रकरण देवास जिले से संबंधित पुराने लंबित प्रकरण शामिल हैं। इसके अलावा 35 नए प्रकरणों में सुनवाई की गई। बैंच द्वारा पुराने लंबित प्रकरणों में से 14 प्रकरणों का निराकरण किया गया, वहीं 20 नये प्रकरणों में सुनवाई कर तत्काल निराकृत किया गया। शेष 24 प्रकरणों में जांच एवं रिपोर्ट के लिए आदेशित किया गया। आयोग द्वारा जिन प्रकरणों में सुनवाई की गई, उनमें पुलिस, सर्विस मेटर, विद्युत कंपनी, होम लोन आदि में ब्याज माफ करने संबंधी बैंक मामले गृह निर्माण समिति तथा नगर निगम से संबंधित मामले शामिल है। पुलिस से संबंधित शामिल मामले में पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं करने या मुलजिम को गिरफ्तार नहीं करने जैसे मामले सुने गए। वहीं विद्युत कंपनी के प्रकरण में सुनवाई की गई तथा नियम के अनुसार भुगतान करने केलिए आदेशित गया। दो-तीन मामलों में जिलाबदर या एनएसए की कार्यवाहियों के खिलाफ आवेदन दिए गए। इन मामलों में भी पुलिस से रिपोर्ट ली गई। जिसमें बताया गया कि इन आरोपियों के विरूद्ध 18-18 अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिनके कारण इनके विरूद्ध जिलाबदर या एनएसए की कार्यवाही की गई।
आयोग के अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति श्री नरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि आयोग की मंशा है कि मानव अधिकार के उल्लंघन से संबंधित मामलों में लोगों को तुरंत न्याय मिले। इसके साथ-साथ लोगों को मानव अधिकार के प्रति जागरूक किया जाए। आयोग ने इसी उद्देश्य से देवास में प्रकरणों की सुनवाई की तथा आयोग अपने लक्ष्य की प्राप्ति में सफल रहा। सुनवाई में करीब 200 लोग उपस्थित हुए। मीडिया द्वारा भी मानव अधिकार आयोग के समाचारों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। उन्होंने बैंच की सुनवाई के लिए जिला प्रशासन द्वारा दिए गए सहयोग व सुनवाई के दौरान कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतु की पूरे समय सक्रिय उपस्थिति की प्रशंसा की और कहा कि अधिकारियों ने तत्काल अधीनस्थ अधिकारियों को बुलाकर मामले में वस्तुस्थिति की रिपोर्ट ली, जिसके कारण प्रकरणों का त्वरित निपटारा किया जा सका। कलेक्टर डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय ने आयोग द्वारा देवास में बैंच लगाकर सुनवाई के लिए आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों का आभार व्यक्त किया।