अर्जेंटीना ने भारत को हराकर फाइनल में बनाई जगह

भुवनेश्वर। गोंजालो पेइलाट के 17वें मिनट में किए गए गोल के दम पर अर्जेंटीना ने शुक्रवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए हॉकी विश्व लीग फाइनल (एचडब्ल्यूएल) के सेमीफाइनल मुकाबले में मेजबान भारत को 1-0 से हरा दिया। भारत ने ओलंपिक चैम्पियन को अच्छी टक्कर दी और कई मौके बनाए, लेकिन मौकों को भुना नहीं पाने के कारण फाइनल में जाने से वंचित रह गई।

दोनों टीमों ने सधी हुई शुरुआत की और एक-दूसरे को रोके रखा। अर्जेटीना और भारत दोनों ही पहले क्वार्टर में ज्यादा मौके नहीं बना पाईं और दोनों ही तरफ से कोई भी गोल नहीं हो सका लेकिन दूसरे क्वार्टर में अर्जेंटीना की मेहनत रंग लाई और उसने 1-0 की बढ़त ले ली।

17वें मिनट में अर्जेंटीना को पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे गोंजालो ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। इससे आगे बढ़ते हुए भारत ने गोल करने की कोशिशें जारी रखीं। 24वें मिनट में उसे मौका भी मिला, लेकिन मेहमानों की रक्षापंक्ति ने उसे गोल करने नहीं दिया।

मेहमान टीम इस क्वार्टर में लगातार भारत पर हावी रही। दूसरे क्वार्टर के आखिरी मिनट में आकाशदीप ने गोल करने प्रयास किया। हालांकि वह अहम समय गेंद को डी के अंदर नहीं डाल पाए और भारत के पास से गोल करने का एक और मौका निकल गया।

तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भी भारत, अर्जेटीना से पीछे ही रहा। 33वें मिनट में उसके पास गोल करने का मौका आया जिसे आकाशदीप भुना नहीं पाए। 35वें मिनट में भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे रूपिंदर गोलपोस्ट के ऊपर खेल बैठे। भारत को तुरंत एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला।

इस बार भी मेजबान टीम बराबरी का गोल दागने से चूक गई। यहां से भारत ने अपने खेल में सुधार किया और मौका बनाने की कोशिश करती रही, लेकिन फिनिशिंग सही न रह पाने के कारण वह गोल नहीं कर सकी। तीसरे क्वार्टर का अंत भी अर्जेंटीना ने 1-0 के स्कोर के साथ किया।

आखिरी क्वार्टर में आते ही गुरजंत ने गोल करने का प्रयास किया और अर्जेंटीना के घेरे में पहुंचे। यहां वह असफल हुए और अर्जेंटीना के ऊपर से खतरा टल गया। अगले ही मिनट में भारत ने एक मौका बनाया जो असफल रहा। बारिश के बीच कई मौके बनाने के बाद भारत इस क्वार्टर में बराबरी का गोल नहीं कर पाई।

आखिरी पांच मिनट में भारत ने मैच को बराबरी तक लाने के लिए अपने गोलकीपर आकाश चिकते को बाहर बुला लिया और चिगलेसाना के रूप में एक और मिडफील्डर मैदान पर उतार दिया। हालांकि कोच शुअर्ड मरेन का यह दांव भी असफल रहा और भारत मैच हार गई