अलायंस के लिए तैयार मुशर्रफ, कहा- उनका वेलकम करूंगा

इस्लामाबाद.पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि वो मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद की पार्टी से अलायंस करने के लिए तैयार हैं। मुशर्रफ ने कहा- अगर वो अलायंस के लिए तैयार होते हैं तो मैं उनका वेलकम करूंगा। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही मुशर्रफ ने हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा से अच्छे रिश्ते होने की बात कही थी। पाकिस्तान में 2018 में जनरल इलेक्शन होने हैं। मुशर्रफ फिलहाल देश से बाहर हैं।
पूर्व आर्मी चीफ का आतंकी सरगना से अलायंस
– मुशर्रफ ने हाल के दिनों किसी पाकिस्तानी टीवी चैनल को दूसरा इंटरव्यू दिया। इसमें भी उन्होंने चौंकाने वाली बातें कहीं। बता दें कि मुशर्रफ पाकिस्तान के आर्मी चीफ भी रह चुके हैं। उनके ही दौर में करगिल की जंग हुई थी। बाद में वो राष्ट्रपति बन गए। उनकी एक पॉलिटिकल पार्टी भी है।
– पाकिस्तान में 2018 में जनरल इलेक्शन होने वाले हैं। हाफिज सईद भी पॉलिटिकल पार्टी बना चुका है। मुशर्रफ उसकी पार्टी से अलायंस की बात कह रहे हैं।
– पाकिस्तान के ‘आज न्यूज’ चैनल को दिए इंटरव्यू में मुशर्रफ ने कहा- फिलहाल उनसे कोई बात तो नहीं हुई है लेकिन अगर वो अलायंस करना चाहते हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा।
कट्टरपंथी पार्टियों का गठबंधन चाहते हैं मुशर्रफ
– परवेज मुशर्रफ ने पिछले महीने एलान किया था कि वो ग्रांड अलायंस के लिए दो दर्जन पार्टियों से बातचीत कर रहे हैं। खास बात ये है कि इनमें से ज्यादातर पार्टियां कट्टरपंथी विचारधारा वाली हैं।
– इनमें सुन्नी तहरीए, मजलिस-ए- वाहदुतुल मुस्लिमीन और पाकिस्तान अवामी तहरीक शामिल हैं। मुशर्रफ की पार्टी का नाम आॅल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (APML) है। हालांकि, कुछ पार्टियों ने मुशर्रफ से तब नाता तोड़ दिया जब पूर्व राष्ट्रपति ने 23 पार्टियां का ग्रांड अलायंस या महागठबंधन बनाने का एलान किया।
– दो पार्टियों मजलिस-ए- वाहदुतुल मुस्लिमीन और पाकिस्तान अवामी तहरीक ने तो साफ तौर पर मुशर्रफ से खुद को अलग कर लिया।
सईद ने कहा था- जनरल इलेक्शन लड़ूंगा
– एक हफ्ते पहले ही नजरबंदी से बाहर आए हाफिज सईद ने पिछले शनिवार को कहा था कि वो 2018 के जनरल इलेक्शन में जरूर उतरेगा। लाहौर हाईकोर्ट ने पिछले ही महीने हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा दिया था। वो जनवरी से हाउस अरेस्ट था। उसकी पार्टी का नाम मिल्ली मुस्लिम लीग है। सईद जब नजरबंद था तब अगस्त में ये पार्टी बनाई गई थी।
– हाफिज सईद मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है। हमलों में कुछ विदेशियों समेत 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन (करीब 66 करोड़ रुपए) का इनाम घोषित किया था।
खुद को बताया था लश्कर का सपोर्टर
– मुशर्रफ ने पिछले हफ्ते कहा था कि वो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सबसे बड़े सपोर्टर हैं। आतंकी हाफिज सईद को भी पसंद करते हैं। सईद का कश्मीर में दखल है और वे इस दखल का समर्थन करते हैं। मुशर्रफ ने कहा था कि उनका हमेशा से यही मानना रहा है कि कश्मीर में पाकिस्तान की कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए।
लादेन को बताया था हीरो
– मुशर्रफ ने अक्टूबर 2015 में पाकिस्तान की दुनिया टीवी को दिए इंटरव्यू में भी आतंकवाद की हिमायत की थी।
– उनसे सवाल किया गया था- लखवी जेल जाने वाला है। हमारे यूथ कन्फ्यूज हैं। क्या आप उनका कन्फ्यूजन दूर कर सकते हैं?
– इस पर मुशर्रफ ने कहा था- 1979 से माहौल बहुत बदल चुका है। हमने पाकिस्तान के हक में रिलिजियस मिलिटेंसी शुरू की। सोवियत लोगों को निकालने के लिए। हम पूरी दुनिया से मुजाहिदीन लाए। हमने तालिबान को ट्रेंड किया। उन्हें हथियार दिए। अंदर भेजा। वे हमारे हीरो थे। हक्कानी हमारा हीरो है। ओसामा हमारा हीरो था। जवाहिरी हमारा हीरो था। तब माहौल अलग था। अब माहौल बदल गया है। जो हीरो थे, वो विलेन बन गए।