यात्री बसों में चढ़ी पुलिस, महिलाओं से पूछा- कोई छेड़छाड़ तो नहीं करता?

ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को यात्री बसों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया। बसें रुकवाकर पुलिसकर्मी उसमें सवार हुए और महिला यात्रियों से पूछा कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं है। कोई अपशब्द या छेड़छाड़ तो नहीं कर रहा है।

एएसपी ट्रैफिक प्रदीपसिंह चौहान ने बताया कि कुछ दिन से महिलाओं द्वारा शिकायतें मिल रही थीं कि उपनगरीय बसों में चालक-परिचालक वर्दी नहीं पहनते, उनके लिए निर्धारित सीट पर पुरुष बैठते हैं और उन्हें खड़ा रहना पड़ता है। इस पर सुबह 9 से 1 बजे तक अचानक चेकिंग अभियान चलाया। पूरे दिन पूर्वी क्षेत्र में 42 और पश्चिम में 11 चालान बनाए गए। सूत्रों के मुताबिक दो दिन पहले अधिकारियों ने एक संस्थान में सेमिनार आयोजित किया था, जिसमें महिलाओं ने इस संबध में शिकायत की थी।

ओवरलोड कर लेते हैं बस

शिवाजी वाटिका पर टीम ने महू जा रही एक बस में महिला सवारियों से उनकी परेशानी पूछी तो अधिकांश महिलाओं ने इनकार किया। इसी बीच एक महिला यात्री ने कहा कि राजेंद्र नगर में सवारी बढ़ती है तो बस ओवरलोड कर लेते हैं और वहां से सवार होने वाले यात्रियों को खड़ा रखा जाता है।

इस पर बस चालक को चेतावनी दी गई। इसी दौरान एक बस को रोका गया तो चालक के पास लाइसेंस ही नहीं था। उसने बताया कि वह तो बस का क्लीनर है। बस के ड्राइवर को बुलवाया गया तो वह बिना वर्दी में था। इस पर बस का तीन हजार रुपए का चालान काटा गया। एक अन्य बस के चालक के बिना वर्दी मिलने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की गई।