जालंधर में भी आज से रोजाना बदलेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम

अब जालंधर शहर में भी क्रूड ऑयल के अंतरराष्ट्रीय दामों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल मिलेगा। आज से शहर में तीनों आयल कंपनियां इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम रोजाना पेट्रोल-डीजल के दाम तय करेंगी। डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के तहत तय किए जाने वाले दामों की सूचना आने वाले दिनों में शहर के पेट्रोल पंपों पर डिस्पले कर दी जाएगी। जालंधर सूबे का एकमात्र ऐसा शहर होगा, जहां पर अंतरराष्ट्रीय दामों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल मिलेगा।

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा इससे पूर्व देश में पांच जगहों पर इसे लागू किया जा चुका है। नई व्यवस्था लागू होने से डेढ़, दो, तीन या चार-पांच पैसे रोज रेट बढ़ेंगे या कम होंगे। फिलहाल ऐसी व्यवस्था नहीं है कि ग्राहकों को इसकी जानकारी पहले ही मिल जाए। शहर में किसी भी पंप पर डिजिटल डिस्पले की व्यवस्था नहीं है। सुबह जब ग्राहक

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल के दामों का असर जिला स्तर पर बहुत कम पड़ता था। इसके चलते डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के तहत उपभोक्ता को सीधे लाभ देने के लिए उक्त प्रोजेक्ट लाया गया है। जालंधर में पहले फेस में केवल निगम के दायरे में आने वाले पंपों को शामिल किया गया है। इसमें केवल किसी भी निजी कंपनी का पेट्रोल पंप नहीं आता है। शहर में रोजाना औसत पौने तीन लाख लीटर पेट्रोल व डीजल की खपत होती है।

शहर के जो पंप आटोमेशन सिस्टम से जुड़े हैं, उन्हें ऑयल कंपनी द्वारा रात 12 बजे दाम अपडेट कर दिए जाएंगे। इन पंपों का सिस्टम कंपनी के सर्वर के साथ जुड़ा है तथा वहीं से हर रात 12 बजे रेट बदल दिया जाएगा। जबकि जो पंप अभी मैनुअल हैं वहां पर एक दिन पूर्व रात 8 से 10 बजे के बीच दाम पंप मालिक के मोबाइल पर मैसेज या मेल के साथ दिया जाएगा। शहर में फिलहाल 15 के करीब पंप ही ऑटोमेशन सीरीज में हैं।

शहर में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड के 25, भारत पेट्रोलियम के 15 और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 24 पेट्रोल पंप हैं जहां फिलहाल दामों में कुछ पैसों का अंतर है। डायनामिक प्राइसिंग सिस्टम के पूरी तरह से लागू होने के बाद अगले प्रोजेक्ट में इसमें भी समानता आएगी।

पंप मालिकों को केवल मार्जिन चाहिए
पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन पंजाब के प्रवक्ता गुरमीत मोंटी सहगल बताते हैं कि सरकार का प्रयास बेहतर है। लेकिन पंप कंपनी के आउटलेट हैं, जिसके चलते पंप मालिक को केवल माल का मार्जिन ही चाहिए। ऐसे में रोजाना दामों के बढऩे या घटने का भुगतान कंपनी स्तर होना चाहिए।