नोटबंदी का समर्थन करने पर कमल हासन ने मांगी माफी, बोले- पीएम भी मानें गलती

चेन्नई। बीते साल की गई नोटबंदी का जल्दबाजी में कई लोगों ने समर्थन किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी गलती मानी। ऐसे लोगों में सूची में अर्थशास्त्र के नोबेल से नवाजे गए रिचर्ड थेलर भी शामिल हैं। अब इसमें मशहूर अभिनेता कमल हासन का नाम भी जुड़ गया है। कमल हासन ने तमिल मैगजीन विकटन में “अ बिग अपॉलॉजी” शीर्षक से कॉलम लिखा है। इसमें उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि मुझे लोगों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि मैंने नोटबंदी का समर्थन किया था। शुरुआत में मुझे लगा था कि यह कदम काले धन पर नकेल कसने के लिए उठाया जा रहा है। लगा था कि इस दौरान लोगों को परेशानी होना जाहिर है।”
लगा था प्लान अच्छा है, क्रियान्वयन में समस्या आ रही
7 नवंबर को अपने जन्मदिन पर एक नए राजनीतिक दल की शुुरुआत करने जा रहे कमल हासन ने लिखा, “अर्थशास्त्र की अच्छी समझ रखने वाले कई दोस्तों ने नोटबंदी के समर्थन के लिए मेरी आलोचना की थी। मैंने खुद को समझाया। मैंने खुद से कहा कि प्लान तो अच्छा है, हो सकता है इसके क्रियान्वयन में थोड़ी समस्या आ गई हो।”
प्रधानमंत्री से की गलती स्वीकार करने की अपील
अपनी गलती स्वीकार करते हुए कमल ने आगे लिखा है, “कई लोगों ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया तो मुझे संदेह हुआ। एक अच्छे नेता की पहचान है कि वह अपनी गलती स्वीकार करे। गांधी ने अपनी गलती स्वीकार की थी, तो आज के नेता भी अपनी गलती स्वीकार कर सकते हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री अपनी गलती स्वीकारते हैं तो मैं उन्हें सलाम करूंगा।”
ट्वीट कर किया था समर्थन
बीते साल कमल हासन उन सेलिब्रिटीज में शुमार रहे थे जिन्होंने नोटबंदी का समर्थन किया था। नोटबंदी के तुरंत बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “सलाम मिस्टर मोदी। इस कदम की सभी को सराहना करनी चाहिए। खासतौर पर टैक्स देने वालों को।”
राजनीति में आने से पहले लिया यूटर्न
कमल हासन राजनीति में आने वाले हैं और यह भी साफ हो गया है कि वे भाजपा के साथ खड़े नहीं होंगे। अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने से पहले कमल हासन ने साफ कर दिया है कि वे भाजपा के विरोध में ही अपनी जमीन तैयार करेेंगे। इसी के मद्देनजर उन्होंने नोटबंदी पर यू-टर्न लिया है। हासन ने कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी उनकी सोच को प्रतिबिंबित नहीं करती, इसलिये वह नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु की सभी पार्टियां भ्रष्ट हैं और उन्होंने तमिलनाडु को भ्रष्टाचार से मुक्त करने की कसम खाई थी।
बीफ पर भी थे केंद्र सरकार के खिलाफ
हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब कमल हासन ने केंद्र की किसी योजना की आलोचना की है। बीफ पर भी वे केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ मुखर रहे हैं।