कपिल का AAP सरकार पर हमला- गेस्ट टीचर्स के हाथ आएगा केजरीवाल का ठुल्लू

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में तैनात 15 हजार गेस्ट टीचरों (अतिथि शिक्षकों) को नियमित करने के दिल्ली सरकार के कैबिनेट के फैसले के बाद विवाद और राजनीति दोनों शुरू हो गई है। कांग्रेस के साथ दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने भी दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

1. क्या 5 अक्टूबर से पक्के हो जाएंगे दिल्ली के सभी गेस्ट टीचर्स?

2. क्या केजरीवाल बता सकते हैं कितनी तारीख से पक्के होंगे सभी गेस्ट टीचर्स?

3.विधानसभा में गलत बिल लाकर मामले को जनलोकपाल व स्वराज की तरह हमेशा के लिए ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश है ये।

किया ये कटाक्ष

1. LG और केंद्र पर इल्जाम लगाने की राजनीति की जाएगी।

2. गेस्ट टीचर्स के हाथ आएगा, केजरीवाल का ठुल्लू।

3. गेस्ट टीचर्स के साथ धोखा कर रहें है अरविंद केजरीवाल।

4. ऐसा बिल लाने की तैयारी है, जिससे कभी भी पक्के न हो सकें हजारों गेस्ट टीचर्स।

5. एक बार गलत बिल विधानसभा में आ गया तो हमेशा के लिए रुक जाएगी परमानेंट करने की प्रक्रिया।

6. क्या केजरीवाल में हिम्मत है कि इस बिल को विधानसभा में रखने से पहले सार्वजनिक कर दें?

7. जैसे जनलोकपाल और स्वराज जैसे कानून हमेशा के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिये गए वैसे ही गेस्ट टीचर्स के साथ धोखा देने की तैयारी

8. बिल के लिए वैसे ही नियमों का उल्लंघन किया गया है जैसे जनलोकपाल और स्वराज के कानून में किया गया, यानी जानबूझकर मुद्दे से पल्ला झाड़ने की कोशिश।

9.पक्के हुए गेस्ट टीचर्स के लिए बजट प्रोविजन कहां है?

10. केजरीवाल फिर एक बार केंद्र और LG को जिम्मेदार बता कर गेस्ट टीचर्स को हमेशा के लिए उलझाने की तैयारी में हैं।

11. यदि नहीं, तो इसका मतलब आपकी नियत में खराबी है। आप केवल गेस्ट टीचर्स को फुटबॉल बना रहे हैं।

12. सभी गेस्ट टीचर्स को पक्का करने का वादा आपने किया था। अब उन्हें आरोप प्रत्यारोप में उलझाने का खेल।

13. इन गेस्ट टीचर्स ने बड़ी उम्मीदों के साथ वोट दिया था। इनकी उम्मीदों और सपनों के साथ ऐसे मत खेलिए।