चेन्नई से किंग्स इलेवन पंजाब की हार, राजस्थान रॉयल्स प्ले-ऑफ़ में

पुणे में रविवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग 2018 के अंतिम लीग मैच के साथ ही प्ले ऑफ़ में जगह बनाने वाली टॉप-चार टीमों के नाम तय हो गए.

आईपीएल के 11वें संस्करण में जिन टीमों ने प्ले-ऑफ़ के लिए क्वॉलिफ़ाई किया है उनके नाम हैं- सनराइज़र्स हैदराबाद, चेन्नई सुपरकिंग्स, कोलकाता नाइटराइडर्स और राजस्थान रॉयल्स.

शुरू की तीन टीमों के नाम तो शनिवार को ही तय हो गए थे लेकिन चौथी टीम के लिए राजस्थान रॉयल्स, मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवन पंजाब की उम्मीदें आख़िर तक बनी हुई थीं.

पंजाब के सामने कठिन चुनौती

अंतिम लीग मैच में किंग्स इलेवन पंजाब का सामना था अंक तालिका में दूसरे स्थान पर चल रही चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ. मैच शुरू होने से पहले ही पंजाब के लिए प्ले-ऑफ़ में पहुंचने के समीकरण काफी हद तक तय हो चुके थे.

किंग्स को अंतिम चार में जगह बनाने के लिए हर हाल में सुपरकिंग्स को 53 रनों से अधिक के अंतर से मात देनी थी. इसका मतलब था कि पंजाब का प्ले-ऑफ़ में पहुंचने का रास्ता बेहद कठिन था.

लेकिन इस मुश्किल डगर को लगभग नामुमकिन बनाने का काम किया सीएसके के गेंदबाज़ों ने. टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करते हुए सीएसके के गेंदबाजों ने किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को महज 153 रन के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया.

पंजाब की ओर से पूरे सीज़न में ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी करने वाले केएल राहुल अंतिम मैच में कोई ख़ास कमाल नहीं कर पाए और महज सात रन बना सके. इसी तरह टीम के अन्य बल्लेबाज़ भी सस्ते में चलते बने.

क्रिस गेल तो अपना खाता तक नहीं खोल पाए. एरोन फ़िंच महज चार रन बना सके. पंजाब की ओर से सर्वाधिक रन करुण नायर ने बनाए. उन्होंने 26 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली.

शुरुआत में दिखा दम
153 रनों का बचाव करने उतरी पंजाब को अगर प्ले-ऑफ़ में जगह बनानी थी तो उन्हें चेन्नई के बल्लेबाज़ों को 100 रन से पहले रोकना था.

गेंदबाज़ी की शुरुआत करते हुए पंजाब ने झलक दिखाई कि इस चुनौती को पार किया जा सकता है. अंकित राजपूत ने अपने एक ही ओवर में दो विकेट निकाल पंजाब के खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी.

चेन्नई की टीम 27 रन पर अपने शुरुआती तीन विकेट गंवा चुकी थी. उसके बाद बल्लेबाज़ी करने आए हरभजन सिंह ने भी कुछ संघर्ष किया लेकिन वे 19 रन के निजी स्कोर पर आउट हुए.

चेन्नई की टीम जब 58 रन पर अपने चार विकेट खो चुकी थी, तब एक पल के लिए लगा कि शायद पंजाब पुणे में इस नामुमकिन से कारनामे को करने में कामयाब हो सकती है.

लेकिन तभी महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा दांव चला जिसकी उम्मीद पंजाब के किसी गेंदबाज नहीं की थी. छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए धोनी ख़ुद नहीं उतरे और उनकी जगह मैदान में आए दीपक चाहर.

अपने कप्तान की उम्मीदों पर खरे उतरते हुए दीपक चाहर ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. उन्होंने महज 20 गेंदों पर 39 रन बनाए और एक छोर पर टिककर खेल रहे सुरेश रैना के साथ 56 रनों की साझेदारी निभाई.

रैना अंत तक नाबाद रहे और उन्होंने 48 गेंदों पर 61 रनों की पारी खेली. वहीं अंतिम ओवरों में बल्लेबाजी करने आए धोनी ने सात गेंदो पर नाबाद 16 रन बनाए.

जब टीम को जीत के लिए 1 रन की ज़रूरत थी तब धोनी ने अपने चिरपरिचित अंदाज़ में छक्का मारकर मैच का अंत किया और इसी के साथ पंजाब के प्ले-ऑफ़ में पहुंचने के रास्ते भी बंद हो गए.

इस तरह चेन्नई ने पंजाब को पांच विकेट से हराया वह 18 अंकों के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर बनी रही.

इससे पहले रविवार को खेले एक अन्य मैच में अंकतालिका में सबसे नीचे चल रही दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने मुंबई इंडियंस को 11 रन से हराकर उसकी अंतिम चार में पहुंचने की उम्मीदों को ख़त्म कर दिया था.

अब क्वॉलिफ़ायर 1 में हैदराबाद का सामना चेन्नई से होगा वहीं एलिमिनेटर मैच में कोलकाता और राजस्थान की टीमें आमने-सामनें होंगी.

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