MP: चुनाव आयोग का दावा, पहले ही हटाए जा चुके हैं 10 लाख फर्जी वोटर्स के नाम

भोपाल। मध्यप्रदेश में फर्जी मतदाता सूची के कांग्रेस के आरोपों का प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने जवाब दिया है। सलीना सिंह ने दावा किया है कि मतदाता सूची में से 10 लाख नाम पहले ही हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले सितम्बर में पूरी तरह से सही मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाएगी।
हालांकि दिल्ली में रविवार को भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से मुलाकात कर कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में फर्जी मतदाता सूची की जांच कराने की मांग की थी। कांग्रेस ने दावा किया था कि प्रदेश की 230 विधानसभा में से 100 विधानसभा में करीब 60 लाख फर्जी मतदाता हैं। चुनाव आयोग की टीम 7 जून को मुख्य चुनाव आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेगी।
कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने तत्काल टीमों का गठन कर उन्हें मध्यप्रदेश भेज दिया था। चुनाव आयोग की टीमों ने मतदाता सूचियों की गड़बड़ी की जांच सोमवार को शुरू कर दी थी, जो मंगलवार को भी जारी है। एक तरफ जहां आयोग की टीम को मतदाता सूची में कई मृत, अनुपस्थित और स्थानांतरित लोगों के नाम मिले हैं, तो कई नाम डबल एंट्री के भी मिले हैं।
सूची में पांच जगह शामिल था एक ही मतदाता का नाम
चुनाव आयोग की टीम ने भोपाल के नरेला और रायसेन के भोजपुर विधानसभा और होशंगाबाद के अलावा सिवनी मालवा में मतदाता सूचियों में गडबडी की जांच की है। आयोग की टीम की जांच में कई डबल एंट्री, मृत, अनुपस्थित और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम मिले हैं। आयोग की टीम को नरेला में एक मतदाता का नाम सूची में पांच जगह मिला, तो कई वोटरकार्ड में पुरूष मतदाताओं की जगह महिलाओं के नाम मिले। डबल एंट्री वाले मतदाताओं की संख्या डेढ हजार से ऊपर पायी गयी तो गायब, स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या ढाई हजार के करीब पायी गयी। इसी तरह भोजपुर में भी करीब एक हजार से ज्यादा फर्जी मतदाताओं के नाम आयोग की टीम ने तुरंत घटाए हैं।
’10 लाख फर्जी नाम हटाए गये’
अपनी शिकायत में जहां कांग्रेस का दावा है कि शिकायत वाली 100 विधानसभा की सूची में 60 लाख फर्जी मतदाता होने की शिकायत की है, तो मप्र की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का कहना है कि हमनें 17 अलग अलग मापदंडों पर मतदाता सूची की जांच कर पहले ही 10 लाख फर्जी मतदाता हटा दिए हैं और सितम्बर में जो विधानसभा के लिए मतदाता सूची जारी होगी, वो पूरी तरह शुद्ध होगी।
चुनाव आयोग की मध्यप्रदेश की सीईओ सलीना सिंह का कहना है कि जनवरी माह में 5 करोड़ 7 लाख वोटर प्रदेश में थे। जिनमें मृत, अनुपस्थित और स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या 13 लाख 19 हजार 644 पायी गयी थी। जिनमें से 10 लाख 31 हजार 812 मतदाता के नाम जांच के बाद हटा दिए गए थे, बाकी मतदाता सही पाए गए थे। फिलहाल 1 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटाए जाने हैं।