मां ने बेटे को दी किडनी

अशोकनगर.मां अपने जिगर के टुकड़े की जान बचाने हर संभव प्रयास करती है। बेटे की दोनों किडनियां खराब होने पर एक मां ने न सिर्फ अपनी एक किड़नी उसे दी बल्कि अब उसके इलाज के लिए लोगों से सहयोग भी मांग रही है, जो अशोकनगर पहुंची जहां जैन समाज के लोगों ने उनकी मदद की। हम बात कर रहे हैं भोपाल में रहने वाली निर्मला देवी की। जिनके पति अशोक कुमार हार्ट पेशेंट हैं। किराए के दो कमरों में अपने चार बेटे सुनील जैन 28 साल, वेदप्रकाश 22 साल, शुभम, दुर्गेश, एक बहू, दो पोतों के साथ रहती हैं।

सिलाई करती हैं मां, दोनों बेटे करते हैं मजदूरी
– वेदप्रकाश के ममेरे भाई सुभाष ने बताया कि उनकी बुअा सिलाई का काम करती हैं। उनका बड़ा बेटा सुनील, दोनों छोटे भाई मजदूरी करते हैं।

– डायलिसिस पर हर माह करीब 20 से 25 हजार रुपए खर्च आ रहा है।

– इस संबंध में जब मां से बात की गई तो उसका कहना था कि जब जन्म दिया है तो उसे बचाने आखिरी दम तक प्रयास करूंगी।

जन्म से ही एक किडनी है खराब

– निर्मला देवी का दूसरा बेटा वेदप्रकाश मोबाइल कंपनी में काम करता था, जो 6 माह से टाइफाइड, बुखार से परेशान रहता था। उसकी जन्म से ही एक ही किडनी थी और वो भी खराब हो गई थी।

– जिसके इलाज के लिए शासन की ओर से दो लाख रुपए की सहायता ली। जैसे तैसे बेटे का ट्रांसप्लांट कराया, लेकिन अब हर माह इलाज पर खर्च होने वाला पैसा नहीं है।

– जैन समाज ने की मदद: महिला सहयोग की आशा लेकर जैन समाज के मंदिर पर पहुंची जहां दिगंबर जैन पंचायत एवं विद्या नव युवक मंडल के सदस्यों ने उसकी मदद की।

– उन्होंने इलाज के लिए 10 हजार राशि दी। इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष रमेश चौधरी, नीरज खैरा, स्वप्निल खैरा मौजूद रहे।