वित्त मंत्री ने खोला नकदी संकट का राज, उपाय भी बताया

भोपाल। देश भर में ज्यादातर एटीएम सूने पड़े हैं, न ATM में नकदी है और न ही वहां उपभोक्ता जा रहे हैं, जो जाते भी हैं, मायूस होकर लौट जाते हैं, जबकि कुछ एटीएम को तो अवारा कुत्तों ने अपना ठिकाना बना लिया है, ऐसे में उपभोक्ताओं को कैश के लिए रोज मुसीबतों से दो-चार होना पड़ रहा है।
मध्यप्रदेश में नकदी संकट को लेकर प्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया ने सफाई देते हुए कहा कि देश में 15 लाख करोड़ की करेंसी में सात लाख करोड़ के अकेले दो हजार के नोट हैं, यानि की लगभग आधी करेंसी अकेले 2000 की है, ऐसी स्थिति में बैंकों में करेंसी कम पहुंच रही है जिसके चलते 2000 के नोट ज्यादा निकाले जा रहे हैं। यही वजह है कि नकदी का संकट आन पड़ा है।
वहीं वित्त मंत्री ने जनता से कम से कम नकदी आहरण करने की अपील की है, ताकि नकदी संकट से कुछ हद तक निपटा जा सके। हालांकि वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए अधिकारियों से नकदी संकट पर जानकारी लेंगे। केंद्र से भी राज्य सरकार लगातार संपर्क में है और जल्द ही समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि एटीएम में सिर्फ 14 फीसदी 2000 रुपए के नोट बचे हैं, मलैया ने प्रदेश के वित्त विभाग की बैठक भी बुलाई है, इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर में एक जनसभा के दौरान 2000 रुपए के नोट गायब होने को साजिश करार दिया था। सीएम ने कहा था कि सरकार को बदनाम करने के लिए षडयंत्र रचा जा रहा है।