शहादत के एक साल: मृत किसानों के परिजनों को सरकार से नहीं शिकायत!

मंदसौर। 6 जून और 6 किसान। एक साल बाद भी नहीं भरे जख्म। पिपलिया मंडी में किसानों पर पुलिस फायरिंग की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ‘किसान समृद्धि संकल्प रैली’ को संबोधित करेंगे। जिसमें पुलिस फायरिंग में मारे गये किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और उनके परिजन भी राहुल के साथ मंच साझा करेंगे।

कांग्रेस नेता एवं मंदसौर की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने बताया कि पिछले साल छह जून को किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर की पिपलिया मंडी में मारे गये किसानों के परिजनों को कांग्रेस ने पार्टी द्वारा श्रद्धांजलि देने वाली सभा में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाला है और माना जा रहा है कि इस रैली से राहुल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के साथ ही मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार को भी घेरेंगे।

गौरतलब है कि पिछले साल भी किसानों ने एक जून से 10 जून तक आंदोलन किया था और इसका मुख्य केन्द्र मंदसौर रहा था। छह जून को मंदसौर की पिपलिया मंडी में पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गयी थी, जिसके बाद समूचे राज्य में हिंसा, लूट, आगजनी एवं तोड़फोड़ हुई थी। इस घटना की पहली बरसी पर राहुल आज मंदसौर जा रहे हैं।

इसी बीच, गोलीबारी में मारे गये किसान अभिषेक पाटीदार (17) के पिता दिनेश पाटीदार ने बताया कि पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन मेरे पास आई थीं और मुझे एवं मेरी पत्नी अल्का को श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने का निमंत्रण दे गई हैं। यह श्रद्धांजलि सभा है, इसलिए हम इसमें शामिल होने जाएंगे। इस गोलीबारी में मारे गये एक अन्य किसान बबलू (22) एवं घनश्याम धाकड़ (30) के परिजनों ने भी इस श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करने के लिए अपनी-अपनी स्वीकृति दी है।

घनश्याम की पत्नी रेखा धाकड़ एवं बबलू के चाचा बलराम पाटीदार ने बताया कि कांग्रेस ने उन्हें इस सभा में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया है। रेखा ने कहा कि मेरे परिवार से घनश्याम के पिता दुर्गा लाल एवं नन्दोई हीरालाल धाकड़ श्रद्धांजलि सभा में जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश सरकार मेरे पति की मौत पर मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपये दे चुकी है और मुझे तहसील में नौकरी भी दी है। हम अपने घर में खुश हैं।

राहुल की रैली में जाने का अभी नहीं लिया निर्णय
वहीं, बलराम ने कहा, बबलू की पत्नी अनीता को भी सरकार ने नौकरी देने के अलावा मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपये भी दे दिये हैं। हम भी राहुल की इस सभा में जाएंगे। हालांकि, इस गोलीबारी में मारे गये 23 वर्षीय किसान चैनराम पाटीदार के परिजनों ने अब तक इस सभा में जाने पर निर्णय नहीं लिया है।

सरकार ने दिया एक करोड़ मुआवजा, जल्द मिल जाएगी नौकरी
चैनराम के भाई गोविन्द पाटीदार ने बताया, हमारे पास मीनाक्षी नटराजन आई थीं, लेकिन हमने अब तक इस श्रद्धांजलि सभा में शिरकत करने पर अंतिम फैसला नहीं लिया है। सरकार ने हमें मुआवजे के रूप में एक करोड़ रुपये दे दिये हैं और जल्द ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी मिल जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल की सभा को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जा रहे हैं। विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) की पांच कंपनियां मंदसौर जिले में कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके अलावा, वहां पर ड्रोन से अभी से निगरानी भी रखी जा रही है।