GST से ‘इंस्पेक्टर राज’ खत्म होगा, आर्थिक वृद्धि होगी मजबूत : शाह

पणजीः वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की प्रशंसा करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज (शनिवार को) कहा कि इससे देश की आथर्कि वृद्धि में तेजी आएगी और ‘इंस्पेक्टर राज’ खत्म होगा. बीती मध्यरात्रि संसद में आयोजित एक समारोह में जीएसटी की औपचारिक शुरूआत हुई.

शाह ने कहा, “जीएसटी से 17 से अधिक कर खत्म हो गए हैं और वे एक कर में तब्दील हो गए हैं, जिससे व्यापारियों, व्यवसायियों तथा लघु उद्यमियों को फायदा होगा. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने उन्हें ‘इंस्पेक्टर राज’ से राहत दिलाई है. ” शाह ने कहा कि जीएसटी के क्रियान्वयन के साथ कुछ दिक्क्तें हो सकती हैं, लेकिन उन पर काम किया जा सकता है.

उन्होंने कहा, “लेकिन यह कर सुधार देश की आथर्कि वृद्धि को तेज कर इसे एक वैश्विक नेता बनाएगा..यह कई कर संबंधी कानूनों को खत्म करेगा. ” जीएसटी लागू करने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा कि मध्यरात्रि स्वतंत्रता के बाद से भारत के सबसे बड़े कर सुधार की साक्षी बनी.

उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक देश, एक कर’ का सपना प्राप्त कर लिया है. जबसे मोदी जी ने सत्ता संभाली है, वह प्रत्येक क्षेत्र में नयी चीजें ला रहे हैं. ” शाह ने कहा, “लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि बीती रात जो हुआ, वह स्वतंत्रता के बाद से कर सुधार का सबसे बड़ा कदम है. ” शाह राज्य के दो दिन के दौरे पर आज पूर्वाहृन लगभग साढ़े ग्यारह बजे दाबोलिम हवाईअड्डे पहुंचे जहां भाजपा के 2,500 से अधिक कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया.

इस अवसर पर मौजूद लोगों में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्किर, भाजपा की गोवा इकाई के प्रमुख विनय तेंदुलकर, पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव संतोषजी, केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक, दक्षिण गोवा से ससंद सदस्य नरेंद्र सवाईकर तथा अन्य नेता शामिल थे.

शाह अपनी यात्रा के दौरान गठबंधन सहयोगियों, पेशेवरों और पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे. हवाईअड्डे से शाह पणजी गए, जहां वह आज शाम लगभग साढ़े चार बजे पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे. इसके बाद, शाम साढ़े छह बजे वह उद्योगपतियों, होटल मालिकों, चार्टर्ड एकाउंटेंटों और डॉक्टरों सहित पेशेवरों को संबोधित करेंगे.