सरदार सरोवर बांध: घरों में घुसने लगा पानी, जल सत्याग्रह पर बैठे लोग

भोपाल। बेहतर पुनर्वास किए बिना सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने से डूब में आ रहे नर्मदा घाटी के प्रभावितों ने शुक्रवार से नर्मदा नदी के घाट पर सत्याग्रह शुरू किया जो शनिवार को जल सत्याग्रह में बदल गया. नर्मदा बचाओ आंदोलन की संस्थापक मेधा पाटकर सहित 35 से ज्यादा महिलाएं जल सत्याग्रह कर रही हैं.

बता दें कि सरदार सरोवर का जलस्तर बढ़ाने से मध्य प्रदेश की नर्मदा घाटी स्थित धार, बड़वानी, सहित अन्य इलाकों के 192 गांव और एक नगर का डूब में आना तय माना जा रहा है. धीरे-धीरे जल स्तर बढ़ रहा है और कई गांवों में पानी भी भरने लगा है. इसके बावजूद प्रभावित गांव के लोगों ने अब तक घर नहीं छोड़े हैं.

लगातार बढ़ रहे पानी में बैठे हैं जल सत्याग्रही

बेहतर पुनर्वास और मुआवजा दिए बिना सरदार सरोवर की ऊंचाई बढ़ाए जाने का लोग विरोध कर रहे हैं. इसी के तहत मेधा पाटकर ने शुक्रवार से सत्याग्रह शुरू किया , वे नर्मदा नदी के छोटा बड़दा गांव के घाट पर बैठी हैं, जहां पानी लगातार बढ़ रहा है, स्थिति यह है कि उनका सत्याग्रह जल सत्याग्रह में बदल गया है.