युवती को छेड़कर सिपाही ने कहा, मैं हूं भोपाल पुलिस का ‘सिंघम’

भोपाल शहर में जब पुलिस के सिपाही ही बदमाशों की तरह पेश आने लगे तो महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी। मामला गुरुवार-शुक्रवार की रात का है, जिसमें एक सिपाही और उसके दोस्त ने कार से एक्टिवा सवार इवेंट मैनेजर युवती का एक किमी तक पीछा कर छेड़छाड़ की। नशे में धुत दोनों आरोपी यही नहीं रुके। युवती को टक्कर मारकर गिरा दिया। इसके बाद सिपाही ने कट्टा निकाला और युवती को दिखाकर कहा, मैं हूं भोपाल पुलिस का सिंघम..। गनीमत थी कि पुलिस लाइन में एक शादी पार्टी चल रही थी।

पीड़िता ने मदद मांगी तो वहां के लोगों ने आरोपी सिपाही को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दे दी। लेकिन पीडि़ता को एफआइआर लिखवाने के लिए जहांगीराबाद थाने में रात एक से सुबह पांच बजे तक बहस करनी पड़ी। युवती हबीबगंज क्षेत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जाटिया के घर उनके परिजनों को एक कार्यक्रम के लिए डांस सिखाकर लौट रही थी।

जानकारी के अनुसार जहांगीराबाद पुलिस लाइन में रहने वाली 23 वर्षीय युवती इवेंट मैनेजमेंट का काम करती है। अरेरा हिल्स स्थित जेल मुख्यालय पास से एक सफेद रंग की कार में सवार सिपाही निश्चय सिंह तोमर और उसके इंजीनियर दोस्त विक्रांत सिंह राजपूत ने युवती के साथ छेड़खानी कर कट्टे से धमकाया। आरोपी सिपाही थाने में बीमारी के कारण अवकाश पर बताया जा रहा है।

चार घंटे बहस के बाद आ‌र्म्स एक्ट की धारा बढ़ी : घटना के बाद पीडि़ता अपनी मां को साथ लेकर थाने गई थी। मां ने बताया कि रात की गश्त पर मौजूद एएसपी समीर यादव से उन्होंने घटनाक्रम की शिकायत की थी। उन्होंने छेड़खानी की एफआइआर तो दर्ज कर ली, लेकिन आ‌र्म्स एक्ट का मामला दर्ज करने के लिए राजी नहीं हो रहे थे। रात एक बजे से सुबह पांच बजे तक बहस करने के बाद छेड़खानी की शिकायत पर एफआइआर हो पाई। एसपी के हस्तक्षेप के बाद आ‌र्म्स एक्ट की धाराओं को बढ़ाया गया। हम यहां बता दें कि पीडि़ता के पिता पुलिस में थे। उनकी मृत्यु के बाद पीडि़ता के भाई को अनुकंपा नियुक्ति मिली है।

एक पुलिस आरक्षक पर छेड़खानी का मामला दर्ज किया है। उस पर आ‌र्म्स एक्ट की धारा भी लगाई गई है। उसके पास से एक कट्टा बरामद हुआ है। – राहुल कुमार लोढा, पुलिस अधीक्षक साउथ, भोपाल