पुलवामा हमले से पहले PAK सुरक्षा बलों के घेरे में मसूद ने की थी सभा

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के काफिले पर फिदायीन आतंकी हमले के कुछ दिनों पहले ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के मुखिया मौलाना मसूद अजहर ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के सुरक्षा घेरे में पेशावर शहर में एक जनसभा को संबोधित किया था. आजतक-इंडिया टुडे को इस सभा के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. इस सभा में पुलवामा को जैश का गढ़ बताते हुए अजहर ने धमकी दी थी कि भारत में आगामी महीनों में और आतंकी हमले किए जाएंगे और उसके लड़ाके दिल्ली तक पहुंचेंगे.

पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय यह आरोप लगा रहा है कि पुलवामा हमले के पीछे जैश का हाथ साबित करने के लिए भारत उसके बिना वैरिफेकशन वाले सोशल मीडिया अकाउंट पर भरोसा कर रहा है. लेकिन सच तो यह है कि उक्त जनसभा की वीडियो रेकॉर्ड‍िंग देखने से इस बात की साफ पुष्ट‍ि हो जाती है कि इस आतंकी संगठन के कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान सरकार के सुरक्षा कर्मी अपने पूरे यूनिफॉर्म में मौजूद थे. पांच फरवरी को पेशावर में संगठन में भर्ती नए लड़ाकों को मसूद अजहर ने संबोधित किया था.

सुरक्षा बलों के प्रति एहसान जताया

इस कार्यक्रम को भारी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई गई थी. सभा स्थल से पुलिस सायरन की आवाज भी कई बार सुनी जा सकती है. इस सुरक्षा व्यवस्था पर सरकार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए आतंकियों के आका मसूद अजहर ने सुरक्षा बलों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘हमने पाकिस्तान में ऐसा समय भी देखा है, जब हमारे इन भाइयों को हमारे झंडे हटाने का आदेश दिया गया, लेकिन आज मेरी आंखें यह देखकर भर आईं हैं कि वर्दी वाले हमारे वही भाई हमारी रैली में उसी झंडे के नीचे तैनात हैं. मसूद ने इसे जिहाद की ताकत बताया.

पुलवामा को बताया था जैश का गढ़

यही नहीं, अजहर ने अपने भाषण में कश्मीर में आतंक के गढ़ बन चुके पुलवामा का भी नाम लिया था. पुलवामा में अपने संगठन की मजबूत मौजूदगी की शेखी बघारते हुए कहा, ‘आप गूगल में पुलवामा की किसी लड़की का भी नाम डालें तो आपको कश्मीर के गांवों में जैश के झंडों और उसके आका की तस्वीरों से सजी दीवारें दिखेंगी.’ उसके इस बयान के नौ दिन बाद ही पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. अजहर ने कहा था कि उसके लड़ाकों के ‘बलिदान और फिदायीन हमलों से कश्मीर में उग्रवाद को फिर से आग मिल रही है.’

भारत पर और हमलों की दी धमकी

जैश के आका मसूद अजहर ने भारत को पठानकोट, नगरोटा जैसे पुराने हमलों की याद दिलाते हुए यह धमकी भी दी थी कि ‘कराची, पेशावर, बहावलपुर और गुजरांवाला जैसे पाकिस्तान के सभी हिस्सों से नौजवान कश्मीर में जिहाद के लिए जा रहे हैं और आगे भी ऐसा करते रहेंगे.’ कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा मारे गए अपने रिश्तेदारों की चर्चा करते हुए अजहर ने कहा, ‘पहले अपने अफजल गुरु को दफनाया, अब तल्हा और उस्मान ने बलिदान दिया है. जैश-ए-मोहम्मद पूरे पाकिस्तान से लोगों को भेजता रहेगा.’ उसके इस ऐलान के बाद वहां मौजूद भीड़ ने भारत विरोधी नारे लगाए.

दिल्ली तक पहुंचने की गीदड़भभकी

मसूद ने कहा था कि जैश-ए- मोहम्मद कश्मीर तक ही नहीं रुकेगा, बल्कि दिल्ली तक कूच करेगा. आजतक अपने स्तर पर इस वीडियो के सत्यता की पुष्ट‍ि नहीं कर सकता. लेकिन सीमा पार की गतिविधियों पर नजर रखने वाले खूफिया सूत्रों ने यह बताया है कि हाल के दिनों में जैश ने कराची, इस्लामाबाद, पेशावर और रावलकोट में ऐसे कई आयोजन किए थे.

गंभीर बीमारी की बात गलत

इसके साथ ही मीडिया में आई यह खबर भी गलत साबित हो गई है कि मसूद अजहर गंभीर रूप से बीमार है और महीनों से बिस्तर पर है. इस वीडियो से यह साफ हो गया है कि मसूद अजहर अब भरी काफी सक्रिय है. जैश के प्रभाव वाले खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर शहर में मसूद की मौजूदगी यह भी साबित कर रही है कि वह बहावलपुर के अपने स्थायी अड्डे से पश्चिमी पाकिस्तान के 800 किमी दूर शहर पेशावर तक की यात्रा करने के लिए पर्याप्त रूप से फिट है.