राफेल पर BJP का हल्लाबोल, 70 शहरों में कांग्रेस के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अब फ्रंटफुट पर खेल रही है और मोदी सरकार कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने का हर संभव प्रयास करती दिखाई दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता हर मंच से कांग्रेस पर राफेल डील में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर देश को गुमराह करने की दलील दे रहे हैं. इसी कड़ी में बीजेपी ने एक अहम रणनीति के तहत आज देश के 70 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राफेल मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने का प्लान बनाया है.

पार्टी के मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने बताया कि राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट तरीके से सच्चाई बयां करने के बाद भाजपा केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस की साजिश और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ के उसके प्रयास का पर्दाफाश करेगी. इसके तहत आज दिनभर बीजेपी के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के प्रमुख नेता 70 शहरों से कांग्रेस पर निशाना साधेंगे.

इन नेताओं और मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस

वीके सिंह, विदेश राज्यमंत्री- प्रयागराज

देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र मुख्यमंत्री- अहमदाबाद

सर्बानंद सोनोवल, असम मुख्यमंत्री- अगरतला

बीएस येदियुरप्पा, वरिष्ठ नेता- बेलगाम

रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री- भोपाल

राम माधव, पार्टी महासचिव- चेन्नई

जीतेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री- चंडीगढ़

योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम- गुवाहाटी

प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय मंत्री- हैदराबाद

विजय रूपाणी, गुजरात सीएम- जयपुर

शिवराज सिंह, वरिष्ठ नेता- लखनऊ

निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री- मुंबई

पूनम महाजन, सांसद- नासिक

केशव प्रसाद मौर्य, यूपी डिप्टी सीएम- पटना

रघुबर दास, झारखंड सीएम- रायपुर

भूपेंद्र यादव, वरिष्ठ नेता- रांची

जे.पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री- त्रिवेंद्रम

संबित पात्रा, प्रवक्ता- विजयवाड़ा

कांग्रेस की मांग- फैसला वापस ले कोर्ट

रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि यह दावा करके सरकार ने संसद के दोनों सदनों के विशेषाधिकार का हनन किया है कि राफेल विमानों की कीमतों को लेकर सीएजी रिपोर्ट संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष पेश की गई थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘उन्हें पश्चाताप करना चाहिए और पवित्र गंगा नदी में स्नान करना चाहिए.’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हम मांग करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट अपना वह फैसला तुरंत वापस ले, जो अमान्य है. ऐसा करना सुप्रीम कोर्ट की गरिमा के हित में होगा, क्योंकि इस पूरे मामले ने सबसे बड़ी अदालत की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती. जो कुछ हुआ है, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.’

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में राफेल डील को सही करार दिया है, जिसके बाद से बीजेपी और मोदी सरकार कांग्रेस पर पलटवार कर रही है और राहुल गांधी से माफी की मांग की जा रही है. हालांकि, फैसले के बाद मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर ये भी बताया है कि उनके जवाब को गलत रूप में समझा गया. सरकार के इस हलफनामे ने एक बार फिर विपक्ष और याचिकाकर्ताओं को मोदी सरकार पर हमले का मौका दे दिया है. कांग्रेस ने अब आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में गलत जानकारी दी, जिसके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया, जिसे वह क्लीन चिट मान रही है. कांग्रेस ने कोर्ट से मांग की है कि गलत जानकारी देने के लिए मोदी सरकार पर अवमानना का केस चलाया जाए और यह फैसला वापस लिया जाए.