ससुराल में शौचालय नहीं, पीहर में मनाएंगी दिवाली

जयपुर। कोटा के उम्मेदगंज गांव की महिलाएं ससुराल में शौचालय नहीं होने के चलते ससुराल की जगह मायके में दिवाली मनाएगी। महिलाओं की मांग है कि पहले घर मे शौचालय बनवाओ इसके बाद ही वो ससुराल में दिवाली मनाएंगी।
गांव में शौचालय के लिए गांव की बहू मधू ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। अब उसके साथ कई महिलाओं ने सुर में सुर मिला लिया है। बहूएं एकजुट होकर खुले में शौच के खिलाफ अपनी आवाज इस अंदाज में बुलंद कर रही हैं।
उनका कहना है कि अब शौचालय जल्द नहीं बनवाए तो दिवाली वो अपने मायके में जाकर मनाएंगी क्योंकि उनके मायके में शौचालय मौजूद है। महिलाओं का कहना था कि शौचालय नहीं होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब बेटियां भी बड़ी हो गईं हैं, ऐसे में निजता की परेशानी के साथ-साथ असुरक्षा भी डराती रहती है, लेकिन कई बार मिन्नतें करने के बाद भी हालात नहीं सुधर रहे हैं।
ऐसे में अब सुसराल वालों के खिलाफ यह भावनात्मक खिलाफत इस परेशानी से निजात दिलवा दे ऐसी उम्मीद हम कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि गांव में सरकार का खुले में शौच मुक्ति अभियान नहीं पहुचा है, लेकिन उसकी धीमी रफ्तार ने इस साल की दिवाली पर परिवार वालों को घर में शौचालय जल्द बनवाने को मजबूर कर दिया है।
गांव के पुरुष कहते हैं कि गांव की महिलाओं ने दिवाली के मौके पर परिवारों के खिलाफ जो आंदोलन छेड़ा है वो फिलहाल परेशान करने वाला है, लेकिन हम इनकी परेशानियों को जानने के बाद भी अबतक निजात नहीं दिलवा पाए, उम्मीद है अब जल्द ही घरों में शौचालय भी बन जाएंगे।