पवार ने पूछा, CBI में मची मारामारी पर चुप क्यों हैं PM मोदी?

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच विवाद खुलकर सामने आ गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के दो अफसर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और सीबीआई टीम को अपने ही दफ्तर में रेड करनी पड़ी है. इस स्थिति पर आजतक के विशेष कार्यक्रम ‘मुंबई मंथन’ में शामिल हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी चिंता जताई और मोदी सरकार पर सवाल उठाए.
शरद पवार से जब सवाल किया गया कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त होने के दावे करती है, इस पर शरद पवार ने जवाब देते हुए सीबीआई अधिकारियों के बीच चल रहे विवाद का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार साफ-सुथरी होती तो आज ये स्थिति पैदा नहीं होती.
सीबीआई विवाद पर सवाल उठाते हुए शरद पवार ने कहा, ‘आज दिल्ली में गुजरात कैडर के अफसरों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया है. सीबीआई में अधिकारी की नियुक्ति होने के साथ ही मामला कोर्ट में गया. कोर्ट ने कहा कि यह नियुक्ति सही नहीं है तो उन्हें दूसरे नंबर पर बैठा दिया और एक नंबर पर दूसरे अधिकारी को जिम्मेदारी मिल गई. पहले से ही हम सुनते आ रहे थे कि दोनों के बीच रिश्ते खराब हैं. उच्चाधिकारियों के बारे में ऐसी स्थिति सामने आ रही है तो बिल्कुल कहा जा सकता है कि स्थिति ठीक नहीं है.’
पवार ने कहा कि सीबीआई अधिकारियों के बीच इतना बड़ा विवाद चल रहा है, लेकिन पीएम मोदी अब तक खामोश क्यों हैं. उन्होंने पीएम मोदी से आह्वान किया कि वो इस विवाद पर चुप्पी तोड़ें और गलत व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
क्या है सीबीआई रिश्वतकांड?
सीबीआई ने अपने ही विशेष निदेशक राकेश अस्थाना समेत कई लोगों के खिलाफ घूस लेने के आरोप में FIR दर्ज की है. इस मामले में सीबीआई ने आरोपी पुलिस उप अधीक्षक देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. एफआईआर के मुताबिक, अधिकारी ने हैदराबाद के व्यापारी सतीश साना का केस खत्म करने के लिए 3 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी. बता दें कि सतीश का नाम मीट कारोबारी मोइन कुरैशी की जांच से जुड़े केस में सामने आया था.
अपने ऊपर 3 करोड़ रुपये की घूस का आरोप लगने के बाद राकेश अस्थाना ने अपनी ही संस्था के निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) से शिकायत की है. अस्थाना का आरोप है कि वर्मा ने खुद 2 करोड़ रुपए रिश्वत ली, इसलिए अपने को बचाने के लिए उनके खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं.