करीब आए जापान और चीन, साथ में मनाई कूटनीतिक संबंधों की वर्षगांठ

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे चीन के साथ नाजुक संबंधों में सुधार लाना चाहते हैं. अपने इस इरादे को दर्शाने के लिए चीन के राष्ट्रीय दिवस के साथ-साथ दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की वर्षगांठ के अवसर पर आबे एक समारोह में शामिल हुए.

एक दशक से भी ज्यादा समय में आबे पहले जापानी नेता हैं जिन्होंने वार्षिक समारोह में भाग लिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग जल्द ही जापान की यात्रा करेंगे.

सरकारी प्रसारणकर्ता एनएचके के अनुसार, आबे ने उत्तर कोरिया से बढ़ते परमाणु और मिसाइल खतरे का जिक्र करते हुए कहा कि क्षेत्र में मौजूदा स्थिति को देखते हुए जापान और चीन के बीच मजबूत रिश्ते दोनों देशों के लिए फायदेमंद हैं. मजबूत रिश्ते उत्तर पूर्व एशिया में शांति एवं स्थिरता के लिए आवश्यक हैं.

संसद भंग कर आकस्मिक चुनाव की घोषणा करने वाले दिन आबे का इस समारोह में शामिल होना चीन के साथ संबंध सुधारने की उनकी इच्छा को दिखाता है. आबे और चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने कूटनीतिक संबंधों के सामान्य होने की 45वीं वर्षगांठ पर एक-दूसरे को बधाई संदेश दिए हैं.

चीन की आधिकारिक संवाद समिति शिन्हुआ ने कहा कि ली ने उम्मीद जताई कि जापान द्विपक्षीय संबंधों की राजनीतिक स्थापना की रक्षा करने में चीन का साथ दे सकता है. विरोधाभासों और मतभेदों को नियंत्रित कर सकता है और उनके संबंधों में सुधार तथा विकास को बढ़ावा दे सकता है. चीन ने आबे के समारोह में शामिल होने का स्वागत किया.