एयर इंडिया की 51% हिस्सेदारी खरीदना चाहता है टाटा समूह : रिपोर्ट
विमान कंपनी एयर इंडिया काफी दिनों से जबरदस्त घाटे में चल रही है. जिसके बाद खबरें आ रही थी कि केंद्र सरकार एयर इंडिया को क़र्ज़ से मुक्त करने की काफी दिनों से कोशिश कर रही है.
सीएनएन न्यूज 18 को कुछ करीबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टाटा समूह एयर इंडिया को खरीदने का विचार कर रहा है.
उद्योग से जुड़े हुए कुछ सूत्रों का कहना है, “एयर इंडिया को खरीदने में चार समूह ने रुचि दिखाई थी. टाटा समूह उनमें से एक था. टाटा समूह एयरलाइन में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने में इच्छुक हैं. रिपोर्ट की माने तो टाटा ने एयर इंडिया में 51% हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताई है. समूह का मानना है कि एयर इंडिया उनकी एयरलाइनस है और वे उसे वापस चाहते हैं.
एक अंग्रेजी न्यूज़ चैनल के मुताबिक टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस संबंध में सरकार से अनौपचारिक बात भी की है. टाटा समूह सिंगापुर एअर लाइंस के साथ मिलकर इस एयरलाइन्स को खरीदना चाहता है. आपको बता दें कि 1953 में राष्ट्रीयकरण से पहले ये विमान कंपनी टाटा की ही थी.
सूत्रों के मुताबिक काफ़ी समय से सरकार एयर इंडिया के निजीकरण पर विचार कर रही है. हाल ही में, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि विमानन मंत्रालय को उन सभी संभावनाओं का पता लगाने की जरूरत है जिससे एयर इंडिया का निजीकरण किया जा सकता है.
एयर इंडिया पर 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है. जिसकी वजह विमान के रख रखाव का खर्च और लीज रेंट.
एयर इंडिया के निजीकरण की संभावना पर विचार करने के अलावा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एसबीआई कैपिटल मार्किट (SBI Capital Market) को 3 महीने का समय देकर एयरलाइन्स का नुकसान कैसे कम किया जा सकता है इसकी रिपोर्ट मांगी है.
इंटरनेशनल ट्रैवल में एयर इंडिया का बाजार हिस्सेदारी 62 प्रतिशत है, जिसका काफी मूल्य है. इसके साथ ही मेट्रो शहरों में वह कई प्राइम रियल एस्टेट का मालिक भी है