पद्मावती की रिलीज़ को लेकर ये है लेटेस्ट अपडेट, ये लोग पहले देंखेंगे फिल्म

मुंबई। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की रिलीज़ पर अब भी विवाद जारी है। लेकिन एक नयी ख़बर यह है कि इस विवाद को खत्म कर रिलीज़ तारीख की घोषणा करने के लिए 6 सदस्यों की कमेटी बनायी गयी है।

इस कमेटी में इतिहासकारों के अलावा राजघराने के लोगों को भी शामिल किया गया है। रिपोर्टस के अनुसार सीबीएफसी के चेयरमैन प्रसून जोशी ने मेवाड़ राजपरिवार के विश्वराज सिंह से फिल्म देखने की गुजारिश की है।मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इन लोगों के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग गुरुवार को या 7 जनवरी को रखी जा सकती है। ये सभी सदस्य मिल कर फैसला लेंगे कि फिल्म को कब रिलीज़ किया जाना चाहिए या फिर रिलीज़ किया जाना चाहिए या नहीं। इन्हें 6 महीने के अंदर पदमावती पर रिपोर्ट सौंपनी होगी। ख़बर यह भी है कि, सेंसर बोर्ड ने जयपुर दो वेटनर हिस्टोरियंस प्रोफेसर बीएल गुप्ता और प्रोफेसर आरएस खनजरोत को भी फिल्म देखने को लिए आमंत्रण दिया है। बीएल गुप्ता राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं जिन्होंने भारत के ऊपर कई किताबें लिखी हैं।

वहीं, प्रो. खनजरोत अग्रवाल कॉलेज के प्रिंसिपल हैं। मीडिया से बातचीत में प्रो. खनजरोत ने कहा कि, यह पूरा मामला जो फिल्म से जुड़ा है वो करणी सेना और संजय लीला भंसाली के बीच नहीं है, बल्कि भंसाली और इतिहास के बीच भी है। एक बार हम फिल्म देख लें इसके बाद यह क्लीर कर पाएंगे कि इतिहास से छेड़छाड़ की गई है कि नही। प्रो. गुप्ता ने कहा कि, आर्टिस्टिक फ्रीडम है लेकिन एेसा इतिहास के दाव पर लगा कर नहीं किया जा सकता।

बता दें कि फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी। लेकिन देश भर में राजकरणी सेना और राजपूत संगठनों के उग्र विरोध के कारण फिल्म की रिलीज़ तारीख को अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया था। पद्मावती को लेकर 30 नवंबर के दिन संसद में भी चर्चा हुई थी जिसमें डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को संसद की एक समिति के सामने पेश हुए थे। फिल्म पद्मावती में दीपिका पादुकोण ने रानी पद्मावती की भूमिका निभाई है। वहीं, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर अहम भूमिका में हैं। बताते चलें कि, पद्मावती विवाद पर यह तीनों एक्टर्स अभी तक चुप रहे हैं। इन्होंने फिल्म को लेकर किसी भी प्रकार का कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है।