सिंहस्थ के पहले चकाचक होगा उज्जैन, पांच साल का रोडमैप तैयार, 21 विभाग कराएंगे दस हजार करोड़ के काम

मुख्य सचिव ने की सिंहस्थ के लिए विभागवार होने वाले कामों की समीक्षा

 

भोपाल ।

उज्जैन में होंने वाले अगले सिंहस्थ से पहले उज्जैन की सड़कें, पुल-पुलिया चकाचक होंगी। दूधिया रौशनी वाली स्ट्रीट लाईट और यहां पहुंचने वाले श्रृद्धालुओं की सुविधाओं के लिए कई नए इंतजाम सरकार कराएगी। राज्य सरकार ने उज्जैन में सिंहस्थ के आयोजन होंने से पहले अगले पांच वर्षो में होंने वाले कामों का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है। उज्जैन में सिंहस्थ से पहले 21 विभाग मिलकर अधोसंरचना विकास के दस हजार करोड़ रुपए के काम करेंगे। इन कामों को मंत्रिमंडल समिति से मंजूरी दिलाने के पहले मुख्य सचिव वीरा राणा इन कामों को लेकर विभाग के आला अफसरों से वन टू वन चर्चा करेंगी।

नगरीय विकास एवं आवास विभाग 3 हजार 977 करोड़ के 185 छोटे-बड़े काम सिंहस्थ के आयोजन आसान बनाने के लिए करेगा। उज्जैन में लोक निर्माण विभाग 11 सौ करोड़ खर्च कर 37 काम कराएगा। जलसंसाधन विभाग 1865 करोड़ खर्च कर 32 काम कराएगा। नगरीय विकास एवं आवास तथा लोक निर्माण विभाग और उर्जा विभाग उज्जैन शहर में आने वाली सभी प्रमुख सड़कों का निर्माण, उनके चौड़ीकरण, स्ट्रीट लाईट, उस पर सोडियम लैंप और दूधिया रोशनी वाले एलईडी स्ट्रीट लाईट लगाएगें। पुल-पुलिया, ओवर ब्रिज तथा रेलवे स्टेशन से सीधे महाकाल परिसर तक पहुंचने के लिए एक ब्रिज तैयार कराएंगे। पर्यटकों के ठहरने, शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, प्रसाद गृह और सड़कों के दोनो और सौंदर्यीकरण के काम यहां कराए जाएंगे। जलसंसाधन विभाग यहां शिप्रा नदी के चौड़ीकरण, सफाई और घाटों के निर्माण सहित कई तरह के काम करेगा ऐसे 32 कामों पर 1865 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उर्जा विभाग भी यहां बिजली के खंबे, ट्रांसफार्मर, जनरेटर और सौर उर्जा के जरिए चलने वाले विद्युत लाईट और अन्य प्रबंध करेगा। उर्जा विभाग 889 करोड़ से 18 काम कराएगा। पीएचई यहां पेयजल का प्रबंध करने के लिए 956 करोड़ से 7 का म काएगा। गृह विभाग नई पुलिया चौकी और थानों सहित 1157 करोड़ खर्च कर 76 कामों को अंजाम देगा।

आयुष विभाग यहां छोटे डिस्पेंसरी और आपाताकालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 80 करेड़ से 19 काम करेगा। पर्यटन विभाग 919 करोड़ से 42 और संस्कृति विभाग 290 करोड़ से छह बड़े कामों को अंजाम देगा। ये विभाग यहां सजावटी मूर्तियों के निर्माण, पर्यटकों के बैठने और विश्राम करने के स्थल, सौंदर्यीकरण, लाइट एंड साउंड शो, बगीचे का निर्माण कराएगा। पुरातत्व विभाग यहां धार्मिक और एतिहासिक महत्व की इमारतो के संरक्षण, संवर्धन पर 43 करोड़ रुपए खर्च कर 18 काम करेगा।

धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मंदिर से जुड़े काम, पुजारियों संतो की सुविधा के लिए 118 करोड़ खर्च कर 11 बड़े काम कराएगा।

सिंहस्थ के दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े कार्य किए जाएंगे। बैरेकेटिंग, आने और जाने के अलग-अलग मार्ग, मार्ग पर गर्मी से राहत देने कूलर और शीतलीकरण यंत्र लगाए जाएंगे। अग्निशमन उपकरण और शिप्रा नदी में बेरिकेटिंग, गोताखोरों और लाइट, नाव, जाल और अन्य व्यवस्थाएं करने के लिए सौ करोड़ रुपए खर्च कर सात कामों को मूर्तरुप देगा।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में 97 करोड़ रुपए खर्च कर 41 काम कराएगा। विमानन विभाग यहां अस्थाई हेलीपेड के निर्माण करेगा। इसके लिए 14 करोड़ रुपए खर्च कर 8 काम किए जाएंगे। कृषि विभाग 5 करोड़ खर्च करेगा। पशुपालन विभाग दो करोड़, रेलवे तीन करोड़ और दूरसंचार विभाग 19 करोड़ रुपए खर्च करेंगे। भारतीय राष्टÑीय राजमार्ग प्राधिकरण यहां 120 करोड़ रुपए के काम करेगा। संचार व्यवस्था, रेलवे स्टेशन के आसपास की व्यवस्था, वीआईपी के रुकने, ठहरने, पार्किंग जैसे तमाम इंतजाम यहां किए जाएंगे। ये काम सिंहस्थ के लिए आवंटिन विशेष मद और विभागीय मद की राशि से किए जाएंगे।