आबरू बचाने चलती बाइक से कूदी महिला, सामने आई पुलिस की शर्मनाक हरकत

इंदौर। भोपाल में हुए गैंगरेप में पुलिस की लापरवाही के बाद उज्जैन में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। देर रात यहां अपनी आबरू बचाने के लिए महिला डेढ़ साल की बेटी को लेकर चलती बाइक से कूद गई। सूचना मिलने पर दो थानों का बल मौके पर पहुंचा, लेकिन न तो रिपोर्ट लिखी और न मेडिकल कराया। उसे महिला थाने भिजवाकर सुबह वापस स्टेशन पर छोड़ दिया। बाद में एसपी को सूचना मिली तो उन्होंने महिला की रिपोर्ट दर्ज करवाई और दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दो अधिकारियों को नोटिस जारी किया।

– भोपाल में हुए गैंगरेप मामले में पुलिसकर्मियों का अमानवीय चेहरा सामने आया था, ठीक वैसी ही घटना उज्जैन में घटी। अशोकनगर निवासी एक महिला अपनी मासूम बेटी के साथ महाकाल दर्शन के लिए आई थी। दर्शन के बाद वह रात साढ़े 12 बजे रेलवे स्टेशन जा रही थी। अचानक स्टेशन के सामने एक युवक उसके पास आया और उसे जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया।

– उसके गाड़ी चलाते ही महिला बच्ची समेत कूद गई। बच्ची व उसके हाथ-पैर में चोट आई। शोर मचाने पर राहगीरों ने डायल-100 को सूचना दी। नीलगंगा व देवासगेट की एफआरवी मौके से महिला को लेकर देवासगेट थाने पहुंची, लेकिन वहां न तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी और न ही मेडिकल कराया।

– थाने के स्टॉफ ने पीड़ित महिला को महिला थाने भिजवा दिया जहां से उसे वापस रेलवे स्टेशन छोड़ दिया गया। बाद में घबराए तो उसे स्टेशन से फिर लेकर आए और मेडिकल कराकर अज्ञात युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। एसपी अतुलकर ने बताया थाने वालों की लापरवाही सामने आने पर सस्पेंड किया है। महिला थाना टीआई रेखा वर्मा तथा नीलगंगा थाना इंचार्ज अखिलेश वर्मा को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्होंने रात में क्या कार्रवाई की।