ट्रंप के अधिकारी फ्लिन ने जांच के दौरान FBI से बोला था झूठ

वाशिंगटन। राष्ट्रपति चुनाव में कथित तौर पर रूसी दखल मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन एफबीआई जांच के दौरान झूठा बयान देने की बात मान ली है। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने फ्लिन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया था। फ्लिन की स्वीकारोक्ति को राष्ट्रपति ट्रंप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस मामले में अभी तक व्हाइट हाउस की कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

फ्लिन गुरुवार सुबह फेडरल कोर्ट के सामने पेश हुए और उन्होंने एफबीआई के पूर्व निदेशक रॉबर्ट मुल्लर के सामने अपनी गलती मान ली। मुल्लर विशेष अभियोजक के तौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के आरोपों की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ्लिन ने फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के सामने जान-बूझकर और स्वेच्छा से झूठा बयान देने की बात मान ली है। उन्होंने अमेरिका में रूस के तत्कालीन राजदूत सर्गेई किसलियाक के साथ बातचीत को लेकर यह झूठ बोला था। वाशिंगटन पोस्ट ने फ्लिन के बयान को इस मामले में बड़ी उपलब्धि करार दिया है।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल 29 दिसंबर को तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रूस पर अमेरिकी चुनावों में दखल देने का आरोप लगाया था। उस दिन भी फ्लिन ने सर्गेई किसलियाक से टेलीफोन पर बात की। ट्रंप जब सत्ता में आए तो उन्होंने फ्लिन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बना दिया। बाद में दबाव बढ़ने पर उनको पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अपने इस्तीफे में फ्लिन ने माना कि उन्होंने अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के दौरान विदेशी अधिकारियों को कई फोन किए।