अमेरिका में 59 हजार 150 करोड़ रुपए का हैलोवीन, व्हाइट हाउस भी बना ‘भूतहा घर’

न्यूयॉर्क। अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देशों में 31 अक्टूबर को हैलोवीन डे मनाया जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, मेक्सिको व कई देशों के लोग मेकअप और परिधानों के साथ “भूत” बनकर घूमते हैं। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आधिकारिक निवास व्हाइट हाउस भी हैलोवीन के लिए तैयार किया गया है।

इमारत में स्पाइडर, वेब जैसे हैलोवीन के प्रतीक लगाए गए हैं। इसके लिए कई दिनों से व्हाइट हाउस में इस पर काम चल रहा था। इस दिन के लिए पूरे अमेरिका में लोग 59 हजार 150 करोड़ रुपए (9.1 अरब डॉलर) खर्च करेंगे। यह आंकड़ा पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा है। हालांकि 12 साल पहले यानी वर्ष 2005 में इस पर अमेरिकियों ने महज 14 हजार 850 करोड़ रुपए ही खर्च किए थे।

अहम तथ्य

– क्रिसमस के पहले हैलोवीन अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यावसायिक अवकाश का दिन है।

– हैलोवीन के चलते अमेरिका में कैंडी इंडस्ट्री 13 हजार करोड़ रुपए का बिजनेस करती हैं। इस दौरान करीब 9 करोड़ पौंड चॉकलेट बिकती है।

– इस दिन पूर्ण चंद्रमा दिखना दुर्लभ है। ऐसा वर्ष 2001 में हुआ था। अब वर्ष 2020 में होगा।

इसलिए मनाया जाता है

फसल के मौसम में किसानों की मान्यता थी कि बुरी आत्माएं धरती पर आकर उनकी फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए उन्हें डराकर भगाने के लिए वे खुद डरावना रूप धर लेते थे। मगर आधुनिक युग में यह एक मौज-मस्ती और छुट्टी मनाने का अच्छा तरीका बन गया है। हैलोवीन का एक अर्थ यह भी है कि गर्मी के मौसम का अंत हो गया है और यानी फसल काटने का मौसम खत्म हो गया है।

खास है इस बार का “हैलोवीन”

– नेशनल रिटेल फेडरेशन के एक सर्वे के मुताबिक, प्रति व्यक्ति खर्च (5,319 रुपए) के मामले में स्वतंत्रता दिवस आदि जैसे महत्वपूर्ण मौकों की सूची में यह दिन चौथे स्थान पर।

– पांच साल की तुलना में 2017 में सबसे ज्यादा कैंडी, सजावट, परिधानों और कार्ड पर खर्च होगा।

– 17.9 करोड़ अमेरिकी मनाएंगे यह दिन

औसतन अमेरिकी इतना करेंगे खर्च

पुरुष – 5,580 रुपए,

महिला – 4,996 रुपए

इन किरदारों के कपड़े सबसे ज्यादा चलन में

बैटमैन, मार्वल सुपरहीरो, वैम्पायर, स्पाइडरमैन, स्टार वॉर्स।

हैलोवीन का प्रतीक है कद्दू

दुनियाभर में कद्दू को हैलोवीन का प्रतीक माना जाता है। इसे “जैक-ओ-लैंटर्न” कहते हैं। इसे किसी चेहरे की शक्ल देकर इसमें रोशनी कर देते हैं। पहले के समय इन्हें खेतों में लटकाया जाता था।

लोग ऐसे मनाएंगे “हैलोवीन डे”

– 70.6 फीसदी कैंडी बांटेंगे

– 49.2 फीसदी सजावट करेंगे

– 48.2 फीसदी हैलोवीन ड्रेस पहनेंगे

– 46.3 फीसदी पारंपरिक कद्दू को तैयार करेंगे

– 22.7 फीसदी किसी भूतहा घर का दौरा करेंगे

– 16 फीसदी लोग अपने पालतू जानवरों को भी हैलोवीन थीम के कपड़े पहनाएंगे।