CM योगी की अयोध्या को सौगातः विकास के लिए की 350 करोड़ रुपए की घोषणा

अयोध्याः राम की नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री बनने के बाद आज पहली बार योगी आदित्यनाथ यहां आए है और आते ही सियासी निहितार्थ निकाले जाने लगे हैं। इस बीच उन्होंने अयोध्या के लिए 350 करोड़ की योजनाओं की घोषणा कर विकास की नींव भी रख दी है।

रामलला के दर्शन करने वाले योगी है दूसरे मुख्यमंत्री
बता दें विवादित ढांचा विध्वंस के बाद अयोध्या जाकर रामलला का दर्शन करने वाले योगी दूसरे मुख्यमंत्री हैं। 15 वर्ष पहले 2002 में राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए रामलला के दर्शन किए थे। मिशन 2019 में फिर प्रचंड बहुमत से मोदी की सरकार बनाने में जुटी भाजपा और राज्य सरकार के लिए अयोध्या भी एक माध्यम है। सरकार सिर्फ मंदिर मुद्दे पर ही नहीं बल्कि वहां के विकास को लेकर भी सक्रिय है।

अयोध्या विकास के लिए 350 करोड़ की घोषणा
सीएम योगी ने राम की नगरी अयोध्या को भी नगर निगम का दर्जा देकर अयोध्या के विकास का संकेत दिया है। इस दौरान योगी ने कहा कि मैं आप सबकी भावनाओं को जानता हूं कि आप क्या जानना चाहते हैं। अयोध्या विवाद का हल बातचीत से निकाला जाए तो यूपी सरकार लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी यह अपील की थी। आगे उन्होंने कहा कि लखनऊ में कई मुस्ल‍िम संगठनों ने राम जन्मभूमि हिंदू समाज को सौंपने की पहल की है। यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी। जो लोग देश का विकास नहीं चाहते वो लोग एकता में बाधा पैदा करने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने अयोध्या के डेवलपमेंट पर 350 करोड़ रुपए खर्च किए जाने की घोषणा भी की है।

कहीं अयोध्या न बने चुनाव क्षेत्र
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शपथ लिए करीब ढाई माह बीतने को हैं। शपथ से 6 माह में उन्हें विधान मंडल के किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी है। गोरखपुर से 1998 से ही जनता के बीच से चुने जाने वाले योगी के लिए यूं तो कई विधायक भी अपनी सीट खाली करने को तैयार हैं लेकिन भगवान शंकर की नगरी काशी से प्रधानमंत्री की तरह ही राम की नगरी अयोध्या से मुख्यमंत्री के प्रतिनिधित्व की भूमिका भाजपा तैयार कर सकती है। योगी पहले से भी अयोध्या के संतों के बीच आते-जाते रहे हैं।