छिदवाड़ा में कांग्रेस को लगा जोर का झटका, सात पार्षद भाजपा में शामिल; नगर निगम में गड़बड़ाया समीकरण

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों का बाजार जैसे ही शांत हुआ इसी बीच छिदवाड़ा जिले में कांग्रेस के सात पार्षद भाजपा में हुए शामिल हो गए। इससे एक बार फिर से जिले सियासत गरमा गई है। सभी पार्षदों ने राज्य के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों का बाजार जैसे ही शांत हुआ, इसी बीच छिदवाड़ा जिले में कांग्रेस के सात पार्षद भाजपा में हुए शामिल हो गए। इससे एक बार फिर से जिले सियासत गरमा गई है।

कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में भूरा भावरकर, जगदीश ठाकरे, चंदू ठाकरे, दीपा माहोरे, लीना तिरगाम, बबलू विश्वकर्मा और एक अन्य शामिल है। सभी पार्षदों ने राज्य के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से मुलाकात की।

छिंदवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़

दरअसल, यह राजनीतिक घटनाक्रम इसलिए भी बड़ा है क्योंकि छिंदवाड़ा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। ऐसे में पार्षदों का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की थी भविष्यवाणी

पिछले कई दिनों में कांग्रेस के कई नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं, जिसमें पांढुर्णा के पार्षद और कांग्रेस नेता अज्जू ठाकुर, चौरई के नेता बंटी पटेल और सिंगोड़ी के सरपंच शामिल हैं। बता दें कि पिछले दिनों अपने छिंदवाड़ा दौरे पर आए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था कि इन दिनों छिंदवाड़ा में कई लोगों का मन डावांडोल है। आज नहीं तो कल हमारे पास आ जाएंगे।

छिंदवाड़ा नगर निगम में 48 पार्षद, समीकरण गड़बड़ाया

वहीं, छिंदवाड़ा नगर निगम में कुल मिलाकर 48 पार्षद हैं। सात पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बाद नगर निगम का समीकरण गड़बड़ा गया है। नगर निगम में कांग्रेस के 26 पार्षद जीते थे, भाजपा के 19 पार्षद जीते और तीन पार्षद निर्दलीय जीते थे। इसमें से दो कांग्रेस और एक भाजपा को समर्थन दे रहे थे। 26 में से 7 पार्षद कम होने से अब कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 21 रह जाएगी।