राजस्‍व वसूली एवं विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने वालों पर हो सख्‍त कार्यवाही:सिंघल

 

 

प्रबंध संचालक  क्षितिज सिंघल द्वारा दतिया जिले की विद्युत आपूर्ति एवं विभागीय कार्यों की समीक्षा

भोपाल/दतिया 28 अक्‍टूबर। मध्‍य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री क्षिजित सिंघल ने कहा कि विद्युत उपभोक्‍ताओं की शिकायतों को तत्‍काल अटेंड किया जाए तथा विद्युत आपूर्ति संबंधी शिकायतों का निराकरण समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाए। उन्‍होंने कहा कि राजस्‍व वसूली के कार्यों को तत्‍परता से करते हुए निर्धारित लक्ष्‍य की पूर्ति सुनिश्चित की जाए। राजस्‍व वसूली और विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के विरूद्ध सख्‍त कार्यवाही की जाए। यह बात मध्‍य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री क्षितिज सिंघल ने दतिया प्रवास के दौरान जिले में विद्युत आपूर्ति और कार्यों को लेकर कलेक्‍ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कही। इस अवसर पर मुख्‍य महाप्रबंधक ग्‍वालियर क्षेत्र श्री विनोद कटारे, महाप्रबंधक दतिया वृत्‍त श्री धर्मेन्द्र कौशिक सहित दतिया वृत्‍त के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

समीक्षा बैठक के दौरान प्रबंध संचालक ने उड़गवां, सीतापुर, भांडेर, सालोन तथा सेवड़ा के प्रबंधक और सहायक प्रबंधक द्वारा राजस्व वसूली में लापरवाही बरतने पर नाराजगी व्‍यक्‍त करते हुए निर्धारित लक्ष्‍य की पूर्ति करने के निर्देश दिए। विद्युत आपूर्ति के संबंध में समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि विद्युत उपभोक्‍ताओं की कंप्लेंट समय पर अटेंड की जाए तथा 11 केवी के फीडरों पर अवैध हुकिंग नहीं हो ऐसी व्‍यवस्‍था की जाए। उन्‍होंने अवैध हुकिंग को लेकर लापरवाही बरतने वाले सम्बन्धित कर्मचारी और संबंधित क्षेत्र के रहवासियों के विरूद्ध विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के तहत एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश दिए।

बैठक के दौरान प्रबंध संचालक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे मीटर रीडर की प्रतिमाह परफॉरमेंस पर निगरानी रखें और सकारात्‍मक परिणाम नहीं मिलने पर संबंधित मीटर रीडर के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्‍होंने इंदरगढ़ और दतिया शहर में बड़े बकाएदारों के परिसर में स्‍थापित कनेक्‍शनों की चेकिंग की और कई जगह परिसरों में अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाही करने तथा संबंधित कार्मिकों को अपनी कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए।