स्वच्छ भारत के बाद अब स्वस्थ भारत का शंखनाद

(नीलिमा तिवारी)
(गजानंद फीचर सर्विस)
“पहला सुख निरोगी काया” माना जाता है और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए दो चीज बेहद जरूरी हैं। पहले घर और आपके आसपास का स्वच्छ वातावरण और दूसरा आपकी अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए उचित पोषण जांच और चिकित्सी परामर्श तथा इलाज की सुविधाए। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए सबसे पहले
महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की और अब मध्यप्रदेश की धरती से स्वस्थ भारत का शंखनाद किया है। अपने पचहत्तरवे जन्म दिवस पर “स्वस्थ महिला सशक्त परिवार” अभियान और “सुमन सुमन सखी चैटबॉट” की शुरुआत कर उन्होंने महिलाओं को सेहत का कवच प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री जानते हैं कि पूरे घर का संचालन करने वाली महिला यदि स्वस्थ होगी तो उसका पूरा परिवार स्वस्थ होगा।
इस अभियान के जरिए प्रधानमंत्री ने घरों में काम कर रही उन करोड़ों महिलाओं की सेहत का ध्यान रखा है जो काम में लगी रहती है अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देती। घर में सबकी चिंता करते हुए अपनी चिंता से दूर रहती है। जानकारी और संसाधनों के अभाव के चलते महिलाएं ब्लडप्रेशर, डायबिटीज, टीबी, कैंसर, सिकल सेल, सर्वाइकल, एनीमिया सहित कई तरह की गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती है। धार में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी साफ कर गए है कि इलाज में महिलाओं का एक पैसा नहीं लगने देंगे सरकार की तिजोरी उनसे बढ़कर नहीं है।
प्रधानमंत्री को देश के उन गरीब परिवारों की भी चिंता है जो अस्पतालों में मंहगे इजाज के लिए नहीं पहुंच पाते है। उन्हें उस मध्यमवर्गीय परिवार की सेहत का भी ध्यान है जो अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बीमा कंपनियों से स्वास्थ्य बीमा करवाता है लेकिन हर बार बढ़ते बीमा प्रीमियम के बोझ तले दबा जा रहा है। इसीलिए उन्होेने स्वास्थ्य बीमा को जीएसटी से मुक्त कर आम आदमी को राहत दी है जो इसी 22 सितंबर से पूरे देश में लागू हों रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ।ने बीते ग्यारह वर्षो में आमजन के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कई योजनाएं शुरु की है। अगर इन योजनाओं की बात करें तो पीएम डिजिटल स्वास्थ्य, पीएम स्वास्थ्य बीमा, स्वास्थ्य जांचों के लिए पीएम चिरायु, कुपोषण उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय पोषण माह, स्वास्थ्य बीमा के लिए पीएमजेएव्हाय आयुष्मान भारत जैसी योजनाये आम आदमी की सेहत का सुरक्षा कवच साबित हो रही है। अब मातृ-शिशु स्वास्थ्य के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान की शुरुआत की है।
स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के दौरान देशभर में दो अक्टूबर तक लाख मेगा शिविर लगाए जाएंगे। इनमें महिलाओं की नि:शुल्क जांच, दवाएं और जरुरी उपचार उन्हें मिल सकेगा। इन शिविरों में बीपी, शुगर, केंसर सहित अन्य प्रकार की नि:शुल्क जांचे होंगी, उपचार होगा और जरुरत पड़ी तो आगे आयुष्मान कार्ड से इन महिलाओं का इजाज संभव हो सकेगा।
अभी तक दाई, नर्स और डॉक्टर के भरोसे स्वास्थ्य परामर्श लेने वाली महिलाओं के लिए पीएम मोदी एक और शुरुआत मध्यप्रदेश से कर गए है। वह है आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित सुमन सखी चैटबॉट। सुमन सखी महिलाओं के स्वास्थ्य का साथी बनेगा। आमतौर पर गांव से लेकर शहर तक महिलाएं अपनी माहवारी, गर्भावस्था , प्रसव से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर बात नहीं कर पाती है। सुमन सखी के रुप में अब उन्हें एक डिजिटल दीदी मिल गई है।
महिलाओं की स्वास्थ्य सहेली सुमन सखी का उपयोग करने के लिए एक आसान वाट्सएप नंबर 9770905942 जारी किया गया है। इसके जरिए महिलाएं अपने स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का समाधान इस पर पा सकेंगी। पूरी जानकारी गोपनीय रहेगी। यह सेवा चौबीस घंटे उपलब्ध होगी। गर्भावस्था में कौन सी जांचे कराना चाहिए, गर्भावस्था में होंने वाले खतरों से कैसे बचें, प्रसव के दौरान किस तरह से अपनी देखभाल करें, कैसा खानपान और पोषण रखें, नवजात शिशु की देखभाल कैसे करे, समीप का स्वास्थ्य केन्द्र कहां है, सरकार स्वास्थ्य के लिए कौन सी योजनाएं चला रही है जैसी हर तरह की जानकारी इस पर मिल सकेगी। परिवार नियोजन, टीकाकरण, प्रसव पूर्व और प्रसव उपरांत क्या करें इनको लेकर भी सवालों के समाधान यहां हो सकेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग के जरिए महिलाओं को इसके उपयोग की जानकारी दी जाएगी। इससे मातृ और शिशु मृत्यु दर कम करने में भी मदद मिलेगी। स्वास्थ्य सूचकांक में भी सुधार आ सकेगा।
जिस तरह से स्वच्छ भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों, अधिकारियों, सेलिब्रेटियों को इस अभियान से जोड़ा था और वे खुद झाड़ू लेकर सफाई के लिए मैदान में उतर आए थे। उनको देखकर नेता अफसरो ने भी शर्म छोड़कर स्वच्छ भारत अभियान में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था उसी तर्ज पर अब प्रधानमंत्री देश के करोड़ों लोगों की सेहत में सुधार के लिए फिक्रमंद नजर आ रहे है। सेहत के लिए अच्छा पोषण, योग और समय पर स्वास्थ्य परामर्श जरुरी है। शरीर में चुपचाप आने वाली गंभीर और जटिल बीमारियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य जांच के साथ ही उनका इलाज भी जरुरी है। आयुष्मान भारत योजना में जहां प्रधानमंत्री ने पहले गरीबों को पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी थी बाद में सत्तर साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो के लिए इसमें आय का बंधन भी समाप्त कर दिया है। आयुष्मान भारत योजना में 1350 मेडिकल पैकेज उपलब्ध है। केंसर, सर्जरी, आंखो के इलाज,हृदय से जुड़ी बीमारियों का इलाज संभव है। स्वास्थ्य बीमा पर जीएसटी समाप्त होंने से अधिक लोग इसका उपयोग कर सकेंगे। कुल मिलाकर लोगों की सेहत संवारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यापक इंतजाम करने में जुटे हुए है।
(गजानंद फीचर सर्विस)