भाजपा विधायक के इस्तीफे के बाद डॉक्टर पर एफआईआर,टीआई सस्पैंड, इस्तीफा वापस

पोस्टमार्टम में सर्पदंश से मौत दिखाने चालीस हजार मांग रहा डॉक्टर भी सस्पैंड होगा
-रात साढ़े बारह बजे दर्ज हुई एफआईआर
-सर्पदंश से मिलने वाले चार लाख के मुआवजे में दस फीसदी हिस्सा मांग रहा था डॉक्टर दुबे
भोपाल।
पीएम रिपोर्ट में सर्पदंश से मौत लिखने के लिए चालीस हजार रुपए मांग रहे डॉक्टर दीपक दुबे और एफआईआर दर्ज नहीं कर रहे टीआई अजय कुमार बैगा से नाराज देवरी विधायक ने जब विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को अपना इस्तीफा भेजा तो पूरी सरकार हरकत में आ गई। देर रात साढ़े बारह बजे इस पूरे मामले की एफआईआर भी दर्ज हुई और थाना प्रभारी अजय कुमार बैगा को सस्पैड कर दिया गया। डॉ दीपक दुबे को भी सस्पैंड करने का आश्वासन देवरी के भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया को मिला तो उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
सागर जिले के केसली थाना अंतर्गत मेंढकी गांव में दिन पहले दिलहरी निवासी 70 वर्षीय ग्रामीण धनसिंह यादव को दस सितंबर 2024 को रात एक बजे दहलान म्में बिछे तख्त पर सोते समय सांप ने काट लिया था। उनका परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत हो गई। केसली थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई। शव का पोस्ट मार्टम डॉ दीपक दुबे ने किया था। सर्पदंश से मौत पर चार लाख रुपए मुआवजा देने का प्रावधान है इसलिए घर वाले पीएम रिपोर्ट के लिए थाने आए तो उनसे कहा गया कि डॉक्टर दीपक दुबे से उनके क्लीनिक पर संपर्क करें।तीन अक्टूबर को मेडिकल स्टोर के वरुण ने डॉ दीपक दुबे से मृतक के पोते रोहित यादव को मिलवाया। इस पर डॉक्टर ने कहा तुम्हे चार लाख मिलेगा इसका दस प्रतिशत राशि मुझे दो तब पीएम रिपोर्ट दूंगा। जब डॉक्टर से आग्रह किया कि गरीब आदमी हूं इतना नहीं दे सकता दस हजार दे सकता हूं इस पर डॉ दीपक दुबे ने कहा कि मुझे कुछ नहीं सुनना है दस प्रतिशत दो और रिपोर्ट ले लो इसके बाद धक्का देकर भगा दिया। पैसे न देने पर डॉक्टर ने सामान्य रिपोर्ट पुलिस को दे दी। इसके बाद ग्रामीण विधायक के पास पहुंचे थे। विधायक तीन दिन से टीआई को डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट करने को कह रहे थे लेकिन उसने रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने प्रदेश टुडे को बताया कि तीन दिन से टीआई को रिपोर्ट लिखने को कहा रहा था लेकिन वह रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रहा था। इसके बाद क्षणिक आवेश में आकर मैने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया था। यह इस्तीफा टीआईजय बैगा को सस्पैंड किए जाने और डॉ दीपक दुबे को सस्पैंड किए जाने के आश्वासन और एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद वापस ले लिया। विधायक पटैरिया का कहना है कि डॉ दीपक दुबे की पत्नी भी टीआई है। उसकी धौस देकर वह यह काम करता है। एक जैन परिवार पर भी डॉ दुबे झूठा मुकदमा दर्ज करा चुका है। मृतक धनसिंह के पोते को को डॉक्टर दस फीसदी राशि नहीं देने पर कह रहा था कि प्रयास अच्छा है, लगे रहो मुन्ना भाई कुछ होंने वाला नहीं है।
वर्जन-
इस पूरे मामले में एफआईआर भी दर्ज हो गई और टीआई अजय बैगा सस्पैंड कर दिए गए है। डॉक्टर को भी सस्पैंड करने का आश्वासन मिल गया है। एफआईआर भी दर्ज हो गई इसलिए इस्तीफा वापस ले लिया है। डॉक्टर की पत्नी टीआई है और वह इसी तरह अन्य लोगों को भी परेशान कर रुपए एठता रहता है। कुछ लोगों पर झूठे मुकदमे भी उसने दर्ज कराए है।
भाजपा विधायक बृजबिहारी पटैरिया