फतेहपुर के विकास को सातवी बार सांप ने डसा, नौवीं बार काटा तो आएगी मौत

बार-बार सांप के काटने की रहस्यमय कहानी जानिए उसके चाचा और डॉक्टर से
फतेहपुर। यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) में विकास दुबे नाम के युवक को सातवीं बार सांप ने डस लिया है. यह सब बीते 40 दिनों के अंदर हुआ है। इस बार युवक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में है। डॉक्टर उसकी हालत चिंताजनक बता रहे हैं।पीड़ित युवक ने इससे पहले कहा था कि रात में उसे सपना आया और सांप ने कहा कि मैं नौ बार काटूंगा, लेकिन आठवीं बार तक बच जाएगा, मगर नौंवी बार नहीं बचेगा.
पीड़ित के चाचा राधाकृष्ण दिवेदी ने बताया कि विकास को 6 बार पहले सांप ने काटा है. आज 7वीं बार फिर काट लिया. वह पहले बता देता है कि चाचू हमारी बाईं आंख फड़क रही है, जैसे ही बाईं आंख फड़कती है तो सब लोग कुर्सी डालकर बैठ जाते हैं. इसको देखते हैं कि अभी कुछ खतरा होगा. वह कहता है कि हमें खतरा है और थोड़ी देर बाद यह चिल्लाता है कि हमें सांप ने काट लिया.जब सब लोग देखते हैं तो वहां हम लोगों को कुछ नहीं दिखाई देता है. इसके बाद हम इसको अस्पताल लेकर आते हैं. यही कहता है कि हम 9 बार सांप बनके काटेंगे, 9वीं बार हम तुमको अपने साथ ले जाएंगे, ना कोई तांत्रिक, न कोई महात्मा बचा पाएगा. इस बार गुरुवार को काटा है. घर में चर्चा हुई थी कि हम तुमको लेकर दर्शन करने के लिए बालाजी जाएंगे.
इसके पहले आज ही काट लिया है. सरकार से हमारी यही मांग है कि हमारी आर्थिक स्थिति को देखते हुए मदद की जाए. हम बहुत परेशान हो चुके हैं. बच्चा अभी तक अपने घर में था. उसके बाद अपने चाचा के यहां रहा, अपनी मौसी के यहां रहा है. जहां जाता है, वहां शनिवार, रविवार व गुरुवार को सांप काट लेता है.
विकास दुबे का इलाज करने वाले डॉक्टर जवाहर ने कहा कि जब मैं ड्यूटी से आ रहा था, उस समय करीब 9 बजे विकास दुबे आया. उसको पता लगा कि सांप ने काटा है तो मैंने उसे भर्ती करने की सलाह दी. भर्ती करके ट्रीटमेंट किया गया. इसे एंटी स्नेक बेनम देकर मरीज को ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं.
डॉक्टर ने कहा कि दो-तीन घंटे पहले स्थिति गड़बड़ हुई थी. अब सेटल हुआ, लेकिन फिर भी 24 घंटे तक कुछ नहीं कहा जा सकता है. अब तक 7वीं बार काटा है. मैंने इनके घर वालों को कहा है कि कहीं बाहर दिखाओ. अच्छे डॉक्टर को दिखाओ, लेकिन उन लोगों को विश्वास यहां हॉस्पिटल में ही है तो वो आकर यहीं ट्रीटमेंट कराते हैं. अब क्या होता है हम आगे कुछ नहीं बता सकते. लड़के से इस बार मेरी कोई बात नहीं हो पाई, क्योंकि बोलने की स्थिति में नहीं था.
डॉ. जवाहर ने कहा कि पिछली बार मैंने उससे बात की थी कि तुम कहीं बाहर जाकर रहो तो उसने कहा कि मैं कहां जाकर रहूं, जहां जाता हूं, वहीं काट लेता है. जब हमने पूछा कि कभी देखा है तो उसने कहा कि इस बार मुझे नहीं दिखा. यानी दो-तीन बार उसने देखने के बारे में बताया, लेकिन इस बार नहीं बताया. इस बार मुझे यह भी नहीं बता पाया कि देखा है कि नहीं देखा. स्थिति अभी नाजुक है. फिलहाल युवक के परिजन लगातार हो रही इस अकल्पनीय घटना से परेशान और भयभीत हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।