पीएम मोदी के विजन को पूरा करने मध्यप्रदेश ने छह राज्यों को पीछे छोड़ा , देश का पहला “पीएम मित्र पार्क” अब एम पी में
नीलिमा तिवारी
(गजानंद फीचर सर्विस)
तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों को पीछे छोड़ मध्यप्रदेश ने देश के पहले पीएम मित्रा पार्क का शुभारंभ देश के प्रधानमंत्री से कराने में बाजी मार कर दिखा दिया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फाइव एफ विजन- खेत से रेशा, कारखाना, फैशन एवं इस तैयार सामान को विदेश भेजने के सपने तैयार करने के लिए मध्यप्रदेश तैयार है और मोदी के विजन को सबसे पहले धरातल पर उतारने में मध्यप्रदेश सबसे आगे है। किसानों से प्राप्त कच्चे कपास से यहां धागा तैयार होगा और इसी धागे से वस्त्र और परिधान बनेंगे। यहीं से तैयार परिधान विदेशों तक जाएंगे। सबकुछ एक ही स्थान पर उपलब्ध होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्ष 2023 में की गई घोषणा को मध्यप्रदेश के उर्जावान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबसे पहले साकार कर दिखाया है। सत्रह सिंतबर से इस पार्क की शुरूआत होंने से यह तय हो गया है किअब मध्यप्रदेश काटन कैपिटल और टैक्सटाइल हब बनने को तैयार है।
पीएम मित्र पार्क के शुरू होंने से न केवल प्रदेश के लाखों किसानों की उम्मीदें पूरी होंगी बल्कि युवाओं की रोजगार की आस भी पूरी होगी। काटन और टैक्सटाईल इंडस्ट्री को नए पंख मिलेंगे। मध्यप्रदेश कपास के उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। प्रदेश के अठारह जिलों में किसानों के खेतों में कपास की फसल लहलहाती है। छह लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हर साल 24 लाख टन से अधिक कपास पैदा होता है। पूरे देश की कपास की जरुरतों का चालीस फीसदी मध्यप्रदेश ही पूरा करता है। इसी वजह से पीएम मित्र पार्क की स्थापना के लिए सबसे पहले मध्यप्रदेश का चयन हुआ है। धार में स्थापित हो रहा पीएम मेगा इंटीग्रेटैड टेक्सटाईल रीजन एंड अपैरल पार्क भारत को वैश्विक वस्त्र की महाशक्ति बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण आधार बनेगा। उद्योगों से निकलने वाले पानी का चौबीस घंटे में ट्रीटमेंट कर जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम से यह लैस होगा। पार्क में छोटे और सूक्ष्म उद्योगों के लिए 81 प्लाट होंगे, तैयार शेड भी दिए जाएंगे। रोजाना डेढ़ सौ मेगावाट बिजली की खपत को पूरा करने के लिए यहां दस मेगावाट सोलर पैनल लगाए जाएंगे। 220 केवी सब स्टेशन और 1321 केवी लाइन से बिजली उद्योगों को मिलेगी। कमर्शियल कांपलेक्स, अस्पताल, पेट्रोल पंप, हास्टल की सुविधाओं से यह लैस होगा।
यहां किसान खेतों से कपास लाकर कंपनियों को बेच सकेंगे। कपास की साफ-सफाई के बाद यहां धागा तैयार किया जाएगा। स्पिनिंग, निटिंग और डाइंग याने रंगाई और छपाई भी होगी। गारमेंटिंग , डिजाइनिंग और बटन लगाने, कढ़ाई जैसे रोजगार के अवसर महिलाओं को मिलेंगे। तैयार क पड़े विदेशों में निर्यात होंगे जिससे विदेशी मुद्रा भी मिलेगी।
धार जिले के भैसोला ग्राम में 2 हजार 158 हेक्टेयर जमीन पर ग्रीनफील्ड परियोजना के रुप में विकसित हो रहा यह पार्क विश्वस्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है और यहां बीस एमएलडी का कामन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट,दस एमवीए का सौर उर्जा संयंत्र, सड़क, बिजली और पानी के पर्याप्त इंतजाम, 81 प्लग एंड प्ले यूनिट्स विकसित हो रही है। यहां स्टार्म वॉटर ड्रेनेज, जल आपूर्ति प्रणाली, अपशिष्ट और सीवेज संग्रह 220 केवीए सबस्टेशन, एससीएडीए नियंत्रित यूटिलिटीज और सुव्यस्थित स्ट्रीट लाइटिंग जैसी आधुनिक संरचनाएं तैयार की जा रही है।श्रमिकों और महिला कर्मचारियों के लिए यहां आवास और अन्य सुविधाओं से यह आदर्श औद्योगिक नगर के रुप में विकसित हो रहा है। देशभर के उद्योगपतियों ने भी पीएम मोदी के विजन और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के सपनों को पूरा कर दिखाने में अच्छी रुचि दिखाइ है। यहां 27 हजार 109 करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव अब तक राज्य सरकार को मिल चुके है। प्रदेश के पहले पीएम मित्र पार्क से तीन लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। पीएम मित्र पार्क यहां वस्त्र क्षेत्र के बड़े निवेशकों को यहां लाने में मददगार साबित होगा। इससे मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास भी होगा और मध्यप्रदेश में यहां तैयार होंने वाले वस्त्रों के निर्यात को नई दिशा मिलेगी। धार में तैयार परिधान अब सीधे देश-विदेश के बाजों में पहुंचेंगे और कॉटन वस्त्र उद्योग के नक्शे पर मध्यप्रदेश की एक नई पहचान बनेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा धार में देश के पहले पीएम पार्क का शुभारंभ केवल एक परियोजना की शुरूआत नहीं है बल्कि मध्यप्रदेश के खेतों में किसानों के द्वारा बहाए पसीने, उनकी मेहनत को प्रतिफल दिलाने का आगाज है। मध्यप्रदेश के किसानों की मेहनत को वैश्विक पहचान दिलाने वाला एतिहासिक क्षण है। इससे किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। किसानों की समृद्धि के द्वार खुलेंगे।
मध्यप्रदेश के भौगोलिक स्थिति, सड़कों की कनेक्टिविटी, कुशल श्रमिक, बेहतर संसाधन और राज्य सरकार की निवेशकों के लिए बनाई गई नीतियां पीएम मित्र पार्क को तेजी से बढ़ने में मददगार साबित होगी। देश के मध्य में स्थित होंने के कारण मध्यप्रदेश की कनेक्टिविटी सभी राज्यों से रहेगी। विश्वस्तरीय आधारभूत ढांचा और औद्योगिक क्षेत्र में बेहतर अवसर, शंति के कारण यह उद्योगपतियों के लिए निवेश का आदर्श स्थल है। यह पार्क राज्य के टेक्सटाईल और गारमेंट सेक्टर को वैश्विक मानकों पर पहुंचाने के साथ ही रोजगार और आर्थिक विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।
यहां तैयार होंने वाली मध्यप्रदेश की शुद्ध और आर्गेनिक कॉटन इसे टैक्सटाईल निवेशकों के लिए विशेष बनाती है। अत्याधुनिक संयंत्रों की मदद से तैयार होंने वाला काटन और उससे बने वस्त्र राज्य में उत्पादन और प्रोसेसिंग के उच्च मानक स्थापित करेंगे। प्राकृतिक संसाधनोें की प्रचुरता कुशल जनशक्ति और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण यहां निवेश के लिए उपयुक्त वातावरण है इसीलिए निवेशक यहां आने के लिए पलक पावड़े बिछाए तैयार बैठे है। मध्यप्रदेश की निवेश नीति, ईज ऑफ आफ डूइंग बिजनेस सुधार और विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना , औद्योगिक कॉरिडोर और पीएम मित्र पार्क राज्य की दूरदर्शी सोच का परिणाम है। इस परियोजना में सरकार का सक्रिय सहयोग निवेशकों को न केवल भरोसा दिलाता है बल्कि राज्य की प्रगति में सहभागी बनने के अवसर भी प्रदान करेगा।
(गजानंद फीचर सर्विस)

