बॉल टेंपरिंग मामला: भज्जी ने ICC पर कसा तंज, कहा-अद्भुत फैसला और गजब की निष्पक्षता!

नई दिल्ली: टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रहे हरभजन सिंह भी ऑस्ट्रेलियाई बॉल टेंपरिंग विवाद में कूद गए हैं। रविवार को आईसीसी द्वारा स्टीव स्मिथ पर सौ प्रतिशत मैच फीस और एक मैच का प्रतिबंध लगाने के ऐलान के बाद भज्जी ने ट्वीट कर आईसीसी पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर आईसीसी को उदाहरण के साथ ये बताया कि कैसे उसने हर बार सजा देने में भेदभाव किया है। शनिवार को दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन बेहद नाटकीय घटनाक्रम में कंगारू टीम ने चर्चा कर बॉल टेंपरिंग करने का निर्णय लिया। इसके बाद कैमरून बेनक्राफ्ट पारी के 43वें ओवर में गेंद के साथ छेड़छाड़ करते कैमरे में पकड़े गए।

जब विवाद ने तूल पकड़ा तो। कप्तान स्टीव स्मिथ और बेनक्राफ्ट ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। इसके बाद आईसीसी ने रविवार को अपना निर्णय सुनाते हुए स्मिथ पर पूरा मैच फीस के साथ एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया वहीं गेंद के साथ छेड़छाड़ करने वाले कैमरून बेनक्राफ्ट पर 75 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया साथ ही उनके खाते में तीन डिमेरिट अंक जोड़े गए।

आईसीसी का फैसला जानने के बाद हरभजन तंज कसते हुए ट्वीट किया, वाह आइसीसी, अद्भुत फैसला और गजब की निष्पक्षता दिखाई। सारे सबूत बेनक्रॉफ्ट के खिलाफ होने के बावजूद उस पर कोई बैन नहीं लगाय। साल 2001 में तो हमारे 6 खिलाड़ियों के खिलाफ बगैर किसी सबूत के ज्यादा अपील करने की वजह से बैन लगाया। और 2008 का सिडनी तो टेस्ट याद है ना? मेरी कोई गलती नहीं पाई गई, बावजूद इसके तीन मैच का बैन लगाया। आपके पास अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग नियम हैं।’

हालिया बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद आईसीसी के सीईओ डेविड रिचर्डसन ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई टीम के नेतृत्व समूह द्वारा किया गया आचरण पूरी तरह खेल भावना के विपरीत है और गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। कप्तान होने के नाते स्टीव स्मिथ अपने खिलाड़ियों के ऐसे व्यवहार के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं ऐसे में उन्हें निलंबित करना सही होगा।’