रोहित से अनबन की बातों को किया नजरअंदाज, विजय शंकर के बचाव में भी उतरे कार्तिक

नई दिल्लीः निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ एक समय ऐसा आ गया था जब भारत हार की ओर बढ़ती नजर आने लगी थी और उस समय पिच पर भारतीय बल्लेबाज विजय शंकर गेंदों को छूने में सफल नहीं हो पा रहे थे। मुस्तफिजुर के 18वें ओवर में विजय शंकर ने कई गेंदों पर कोई रन नहीं बनाया जिस वजह से भारतीय टीम पर दबाव बढ़ता चला गया। उस ओवर में एक विकेट गिरा और कोई भी रन नहीं आया। गनीमत रही कि दिनेश कार्तिक ने इसके बाद 8 गेंदों में नाबाद 29 रनों की पारी खेलकर मैच पलट दिया और भारत को चैंपियन बना दिया। हालांकि आज दिनेश कार्तिक ने विजय शंकर का बचाव किया।
कार्तिक ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए विजय शंकर का बचाव किया जो मुस्तफिजुर रहमान की धीमी गेंदों को समझने में नाकाम रहे थे। कार्तिक ने कहा, ‘विजय शंकर के पास कौशल है। उसने गेंदबाज के रूप में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। जो बल्लेबाजी ऑलराउंडर हो उसने दबाव में अच्छा खेल दिखाया। मुझे उसका भविष्य वास्तव में उज्ज्वल लगता है। उसका रवैया अच्छा है। वह विशेष प्रतिभा का धनी है और वह लंबे समय तक खेल सकता है।
रोहित शर्मा के उनसे पहले विजय शंकर को भेजने के फैसले से कार्तिक खफा थे लेकिन कार्तिक ने मुंबई के इस बल्लेबाज की कप्तानी शैली की तारीफ की है। कार्तिक ने कहा, ‘उसका (रोहित) सबसे मजबूत पक्ष यह है कि उसने कप्तान के रूप में तीन आईपीएल जीते हैं और उसे टीम की अगुवाई करने की अपनी क्षमता पर विश्वास है। वह काफी होमवर्क करता है। वह रणनीतिक तौर पर मजबूत है। वह कुशल कप्तान है।’