IPL 2018: यह महेंद्र सिंह धोनी का स्टाइल है, बना डाले ये 4 बड़े रिकॉर्ड

नई दिल्ली: क्या बात..क्या बात..क्या बात! मैच खत्म हुए करीब-करीब 24 घंटे हो चुके हैं. लेकिन करोड़ों क्रिकेटप्रेमी अभी भी महेंद्र सिंह धोनी की बैटिंग की ही चर्चा कर रहे हैं. माही ने बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के गेंदबाजी की गजब धुलाई से
अपने तमाम उन आलोचकों को उन्होंने धो डाला, जो पिछले काफी दिनों से ये कह रहे हैं कि धोनी अब पहले जैसे फिनिशर नहीं रहे. बहरहाल, धोनी ने जो जवाब दिया, वह रहा सुपर से ऊपर का. और इस पारी के साथ ही उन्होंने बना डाले कुछ रिकॉर्ड भी. चलिए बारी-बारी से पढ़ लीजिए.

छक्का लगाकर चौथी बार जीत
यूं तो इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के लिए माही ने अनेकों मैच छक्का लगाकर टीम इंडिया को जिताए हैं, लेकिन जब बात आईपीएल की आती है, तो उन्होंने वीरवार को यह कारनामा चौथी बार किया. चलिए जान लीजिए कि कब-कब धोनी ने छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई

बनाम साल
केकेआर चेन्नई, 2008
किंग्स इलेवन पंजाब धर्मशाला, 2010
किंग्स इलेवन पंजाब विशाखपत्तनम, 2016
आरसीबी बेंगलुरु, 2018

सबसे बड़े रनवीर कप्तान!
अब माही टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान बना गए हैं. चलिए जान लीजिए कि कौन-कौन किस पायदान पर है.

रन नाम
5010 एमएस धोनी
4242 गौतम गंभीर
3591 विराट कोहली

इस कारनामे में भी अच्छा-खासा योगदान
रविववार को आरसीबी-चेन्नई के बीच खेला गया मुकाबला संयुक्त रूप से दूसरा ऐसा टी-20 मैच बन गया, जिसमें सबसे ज्यादा छक्के लगे. दो साल पहले ही न्यू प्लामाउथ में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स बनाम ओटागो के बीच खेले मैच में सबसे ज्यादा छक्के लगे थे. बहरहाल, बुधवार को चेन्नई की जीत में लगे कुल 33 छक्कों में धोनी का योगदान 7 छक्कों का रहा

छक्के मैच
34 सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स VS ओटागो (न्यू प्लाइमाउथ 2016)
33 कोल्ट्स सीसी VS कोलंबो सीसी (कोलंबो एनसीसी 2016)
33 आरसीबी बनाम सीएसके (बेंगलुरू 2018)

सर्वश्रेष्ठ स्कोर चेज !
आरसीबी के खिलाफ रविवार को चेन्नई ने पिछले करीब दस साल में अपने सपसे बड़े स्कोर का सफलतापूर्वक पीछा किया. वास्तव में अगर धोनी 34 गेंदों में नाबाद 70 रन नहीं ही बनाते, तो यह रिकॉर्ड नहीं ही बनता. चलिए इस बाबत चेन्नई सुपर किंग्स की कहानी जान लीजिए.

स्कोर बनाम जगह
2016 आरसीबी बेंगलुरु, 2018
2016 आरसीबी चेन्नई, 2012
203 केकेआर चेन्नई 2018
193 केईपी धर्मशाला 2010
188 डीडी दिल्ली, 2008

तो देखना आपने क्रिकेट में साल 2005 में किए गए आगाज के करीब 13 साल बाद भी माही अभी भी उसी अंदाज में मार रहा है. और यह भी तय है कि अगले कुछ और सालों तक धोनी गेंदबाजों की कुछ ऐसी तरह सुतली खोलते रहेंगे. और नए-नए रिकॉर्ड बनाने में योगदान देते रहेंगे.