विशेषज्ञों ने भारत में बेरोजगारी को स्वीकार करने से किया इनकार

नई दिल्ली। भारत में बेरोज़गारी और श्रम शक्ति पर अलग-अलग अनुमान एक-दूसरे से बिल्कुल मेल नहीं खाते। पुख्ता आंकड़ों की कमी और आधिकारिक आंकड़ों के बार-बार जारी होने से जमीनी हकीकत को समझना मुश्किल हो गया है। पार्थ प्रतिम मित्रा विपरीत रुझानों के कारणों की व्याख्या करते हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, देश 7% की…

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