पिता की ट्रेनिंग का कमाल: 52 छक्कों वाली पारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड, 26 गेंदों में खेला तूफानी पारी
कहते हैं पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. स्वास्तिक चिकारा की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. वो जब छोटे थे तो उन्हें कुछ और नहीं, खेलने के लिए पिता से बस बल्ला चाहिए होता था. मतलब क्रिकेट के लिए जुनून बचपन से ही भूत बनकर सवार था. जैसे-जैसे बड़े होते गए…

