अजीत डोभाल शंघाई में यांग जेइची से मिले, दोनों देशों के आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी

बीजिंग. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शुक्रवार को चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष अधिकारी यांग जेइची से शंघाई में मुलाकात की। इस दौरान दोनों देश उच्च स्तरीय बैठकों को जारी रखने के लिए तैयार हो गए हैं। इसके अलावा, आपसी हितों को लेकर द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग करने को भी राजी हो गए हैं। बता दें कि डोभाल- जेइसी के बीच यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों दिसंबर में मिले थे।
भारतीय दूतावास ने कहा- डोभाल की यात्रा नियमित उच्च स्तरीय मीटिंग-
– चीन में भारतीय दूतावास से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, डोभाल की चीन यात्रा दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय मीटिंग का हिस्सा थी। भारत और चीन के बीच विकास की साझेदारी को बनाए रखने के लिए दोनों देश लगातार उच्च स्तरीय बातचीत को तैयार हो गए हैं। यांग विदेश मामलों के आयोग के डायरेक्टर के अलावा चीन की सत्ताधारी पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य भी हैं। डोभाल और यांग के बीच सीमा विवाद पर अपने देश के विशेष प्रतिनिधि के तौर पर बातचीत हुई।
दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है यह मीटिंग
– भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्योंकि सीमा विवाद के अलावा द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करना दोनों देशों के लिए काफी जरूरी है। इससे दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार आने की उम्मीद है।
डोकलाम विवाद के बाद दोनों के बीच दूसरी मुलाकात
– डोकलाम विवाद के बाद दोनों के बीच यह दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले दोनों ने दिल्ली में सीमा विवाद को लेकर हुई 20 वे दौर की बातचीत के दौरान मिले थे। जहां दोनों देशों के बीच रिश्तों को और मजबूती देने की बात हुई थी। यांग के दिल्ली दौरे के बाद विदेश मंत्रालय के सचिव विजय गोखले ने फरवरी में बीजिंग दौरा किया था।
विदेश-रक्षा मंत्री भी करेंगी चीन का दौरा
– विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी 24 अप्रैल को बीजिंग दौरे पर आएंगी। दोनों मंत्री शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन में अलग- अलग मीटिंग में शामिल होंगी।
जून में प्रधानमंत्री आएंगे चीन
– नरेंद्र मोदी जून में चीन के किंगदाओ में होने वाली समिट में शामिल होंगे। इसमें समिट में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन के 8 देश भाग ले रहे हैं। इनमें पाक भी शामिल है। भारत हाल ही में इसका सदस्य बना है। इस समिट में मोदी और चीन के राष्ट्रपति सी जिनपिंग के बीच बातचीत होगी।
शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन में ये देश हैं शामिल
– एससीओ संगठन चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, उजबेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। संगठन ने आतंकवाद विरोधी सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया है। संगठन को नई दिशा देने के लिए यह समिट आयोजित किया जा रहा है। इसमें संगठने के लिए नया एजेंडा तैयार किया जाएगा।