ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर अनर्गल टिप्पणी करने वाले अजाक्स अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा को राज्य सरकार ने थमाया नोटिस
भोपाल। अजाक्स के नवनियुक्त अध्यक्ष और कृषि विभाग के उप सचिव आईएएस संतोष वर्मा ने सामान्य प्रशासन विभाग को बताया नोटिस थमाया है।
मित्रता है कि संतोष वर्मा ने नवीन टैब तक जारी रखने की बात कही थी जब तक कोई ब्राह्मण अपनी बेटी को दान ना कर दे या उससे रिश्ता ना बना ले। संतोष वर्मा के इस बयान को लेकर ब्राह्मण समाज नाराज है। भोपाल मज़हब प्रदेश में कई जगह सपाक्स संगठन, ब्राह्मण संगठन और अन्य कर्मचारी अधिकारी नेता शामिल हैं। राहुल गांधी ने इस मामले में एक बयान में कहा है कि संतोष वर्मा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इन स्टाफ़ यूनियन ने सामान्य प्रशासन विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए संतोष वर्मा के इस अनर्गल मंत्रालय के बयान को लेकर उनकी कड़ी कार्रवाई की मांग की गई थी। कुछ दोस्तों ने संतोष वर्मा का मुंह काला करने पर 51 हजार रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है।
इस बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने संतोष वर्मा के बयान और उनके विपक्षियों के टकराव को लेकर विभिन्न समाचार निर्माताओं में प्रकाशित खबरों के आधार पर संतोष वर्मा के अनर्गल आश्रम को सिविल सेवा आचरण का उल्लंघन माना गया है। सार्वजनिक रूप से ब्राह्मण समाज द्वारा यह टिप्पणी सामान्य प्रशासन विभाग में सामाजिक समरसता को थैस पहुंचने और वैमनस्यता बढ़ाने वाला माना गया है। उनके इस आचरण को भारतीय रेलवे सेवा के मानकों ने गंभीर कदाचरण, विशेष योग्यता की श्रेणी वाले कार्य में शामिल नहीं माना है, सामान्य प्रशासन विभाग ने इस पर 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके खिलाफ नोटिस में कहा है कि क्यों ना उनके इस अधिनियम के खिलाफ उनके अनुशासनात्मक अभियोजन की जाए। हालाँकि जब वर्मा ने यह बयान दिया और चारों ओर से उनका भारी विरोध हुआ तो उन्होंने इस पर अपना खेद भी व्यक्त किया और ब्राह्मण समाज से माफ़ी भी माँग ली। लेकिन ब्राह्मण समाज का नामांकन अभी दूर नहीं हुआ है। ब्राह्मण वर्ग उनके खिलाफ़ दर्ज़ की गई जमानत और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब देखिए कि 7 दिन के अंदर वर्मा का क्या अजिरेटर आता है और राज्य सरकार उनके खिलाफ क्या निर्णय लेती है।

