किसान आंदोलन: 80 साल के किसान पर कार्रवाई से भड़के सिंधिया-कमलनाथ, शिव’राज’ को बताया हिटलरशाही

भोपाल। चुनावी साल में किसान आंदोलन की सुगबुगाहट ने सरकार की बेचैनी बढ़ा दी है। पिछले साल की तरह इस बार भी ये आंदोलन सरकार के लिए आफत न बन जाए इसलिए प्रशासन को सख्त कर दिया गया है। लेकिन, इसी दौरान 80 साल के एक किसान पर की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई से शिवराज सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है।

80 साल के किसान से शांति भंग का बॉन्ड भरवाने के मुद्दे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाया है। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सिंधिया ने इसे हिटलरशाही करार देते हुए सरकार पर किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से किये गये एक ट्वीट में इसे शर्मनाक बताया है।

वहीं कमलनाथ ने भी ट्वीट कर लिखा कि 80 साल के बुज़ुर्ग किसान से भी बॉन्ड भरवाया जा रहा है, गोली से मृत किसान के भाई को भी नोटिस और हज़ारों किसानों को, व्यापारियों को भी शांति भंग के नोटिस दिये जा रहे है। उन्होंने आगे लिखा है कि शिवराज सरकार खुद अराजकता फैला रही है और माहौल बिगाड़ रही है।

गौरतलब है कि किसान संगठनों द्वारा प्रस्तावित किसान आंदोलन के चलते पुलिस प्रशासन चौकन्ना है। ऐसे में पुलिस ने करीब 1200 लोगों पर प्रतिबंधात्मक नोटिस जारी किए गए हैं। जिसमें प्रशासन ने गड़बड़ी से निपटने के लिए नीमच जिले के मनासा के ढाकनी गांव निवासी एक 80 वर्षीय बुजुर्ग किसान को भी नोटिस थमा दिया है।