शिव’राज’ पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बोला बड़ा हमला, कहा- पिछले दस साल में हुई परीक्षाओं की फीस करें वापस

भोपाल: आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने शिवराज सिंह की घोषणाओं के तोड़ के लिए नई रणनीति बनाई है. अब कांग्रेस घोषणा नहीं बल्कि वचन देगी. जिसके बाद कांग्रेस ने प्रदेश में पिछले दस सालों में सरकारी भर्तियों के लिए किये आवेदन में लगे पैसों को लौटाने का मांग किया है. वहीं अपनी सरकार बनने पर 15 लाख युवाओं के पैसे लौटाने का वचन दिया है.

दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सिंह से मांग की है कि 2008 से लेकर 2018 तक व्यापमं, पीएमटी, डीमेट और अन्य परीक्षाएं हुई हैं. इसमें 15 लाख युवाओं ने आवेदन किया है, इसमें जो भी परीक्षा शुल्क जमा किया जाए, उसको रीफंड किया जाए, नहीं तो कांग्रेस आएगी तो कांग्रेस वचन देती है कि हम ये शुल्क वापस करेंगे.

कमलनाथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, मध्यप्रदेश के करीब 70 प्रतिशत जनता कृषि पर आधारित है. कृषि क्षेत्र की हालत खराब है जिसकी वजह से मध्यप्रदेश का अर्थव्यवस्था पिटी हुई है. साथ ही कहा कि प्रतिवर्ष 15 से 20 प्रतिशत बढ़ने वाला व्यापार भी आज घट गया है. वहीं जीडीपी को लेकर भी निशाना साधा.

साथ ही प्रदेश की बेरोजगारी और नौजवानों को लेकर शिवराज सिंह से 2008 से लेकर 2018 तक व्यापमं, पीएमटी, डीमेट और अन्य परीक्षा में शामिल हुए बच्चों के परीक्षा शुल्क के वापस करने की मांग की और नहीं रीफंड करने पर वचन दिया कि ,कांग्रेस आएगी तो हम ये शुल्क वापस करेंगे, रीफंड करेंगे.