आज इन कार्यों को करने से होगा बड़ा फायदा, खुल सकती है लॉटरी

नवमी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रात: 6.51 तक, इसके बाद दशमी पूर्णासंज्ञक तिथि है। नवमी तिथि में विग्रह, कलह, जुआ, मद्य, शिकार व विषादिक कार्य सिद्ध होते हैं। शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित हैं। दशमी तिथि में विवाहादि समस्त मांगलिक कार्य, अलंकार, यात्रा, प्रवेश, हाथी, घोड़ा और राजकीय कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।
नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र दोपहर बाद 1.26 तक, तदन्तर हस्त ‘क्षिप्र व तिङ्र्यंमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में विवाह, यज्ञोपवीत, स्थिरता, अलंकार, गृहारम्भ और प्रवेश आदि तथा हस्त नक्षत्र में यात्रा, विद्या, विवाहादि अलंकार, वस्त्र, औषध, प्रतिष्ठा व वास्तु सम्बंधी कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।
योग: सिद्धि नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि 9.30 तक, तदन्तर व्यतिपात नामक अत्यंत बाधाकारक अशुभ योग है। व्यतिपात नामक योग में समस्त शुभ व मांगलिक कार्य सर्वथा वर्जित है।
विशिष्ट योग: रवियोग नामक दोषसमूह नाशक शक्तिशाली शुभ योग संपूर्ण दिवारात्रि तथा दोपहर 1.26 से सूर्योदय तक यमघंट नामक अशुभ योग है। यमघंट नामक योग में यात्रादि शुभ नहीं रहती। करण: कौलव नामकरण प्रात: 6.21 तक, इसके बाद तैतिल-गरादि करण रहेंगे।
शुभ विक्रम संवत् : 2074
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 1939
हिजरी संवत् : 1438
अयन : उत्तरायण
ऋतु : ग्रीष्म
मास : ज्येष्ठ। पक्ष – शुक्ल।
शुभ मुहूर्त : उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में विवाह, गृहारंभ, गृहप्रवेश, देवप्रतिष्ठा, व्यापारारम्भ के हस्त में विवाह अशुद्ध (मृत्युबाण दोष) का तथा वधू-प्रवेश, व सगाई आदि के उ.फा. व हस्त में शुभ मुहूर्त हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 7.19 से प्रात: 9.01 तक शुभ तथा दोपहर 12.25 से सायं 5.31 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11.57 से 12.52 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारंभ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज श्री हरि जयंती, श्री महेश नवमी व माहेश्वरी नवमी है। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।
चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि कन्या राशि में रहेगा। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: सायं 7.50 पर बुध वृष राशि में प्रवेश करेगा।
राहुकाल: प्रात: 9.00 से 10.30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है।
आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (प,पी,पू,ष,ण,ठ) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि कन्या तथा जन्म का पाया चांदी है। सामान्यत: ये जातक धनवान, प्रतिभावान, धर्मकार्यों के ज्ञाता, कलाकार, विलासी, कुशाग्र बुद्धि सत्य एवं मृदुभाषी तथा अपने पुरुषार्थ से धनार्जन करने वाले होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 30-32 की आयु तक होता है। कन्या राशि वाले जातकों को परीक्षाओं व प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का संदेश प्राप्त होगा। विवाह योग्य युवक-युवतियों के सम्बंध के प्रस्ताव आएंगे।