फर्स्ट क्लास में नहीं की कप्तानी, अब बने भारत के 33वें टेस्ट कप्तान

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के चोटिल होने की वजह से अजिंक्य रहाणे को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में टीम की अगुवाई करने का मौका मिला. इस तरह से वह भारत के 33वें टेस्ट कप्तान बन गए.
कुलदीप का ड्रीम डेब्यू

रांची टेस्ट मैच में फील्डिंग करते हुए कोहली के कंधे पर चोट लग गई थी. बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को उनकी जगह टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका दिया गया. कुलदीप ने इस मौके का पूरी तरह से फायदा उठाते हुए कमाल की गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा.
कोहली लगातार 54 टेस्ट मैच खेलने के बाद पहली बार कोई टेस्ट मैच नहीं खेल रहे हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर 2011 में टेस्ट टीम में वापसी करने के बाद लगातार 54 मैच खेले.

मुंबई से 9वें कप्तान
रहाणे मुंबई के नौवें खिलाड़ी हैं जो भारतीय टीम के कप्तान बने हैं. उनसे पहले मुंबई के खिलाड़ियों में पॉली उमरीगर, नारी कांट्रैक्टर, जीएस रामचंद, अजित वाडेकर, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, रवि शास्त्री और सचिन तेंदुलकर यह भूमिका निभा चुके हैं.