IPL के खर्च से कई शहर बैकफुट पर, राजधानी में अब दो-तीन मैचों की संभावना

रायपुर.आईपीएल-10 के मुकाबले 5 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। लगातार तीन साल तक आईपीएल के दो-दो मैचों की मेजबानी करनेवाले रायपुर को इस बार आईपीएल से अलग कर दिया गया था, लेकिन मैच का खर्च खुद उठाने की शर्त की वजह से कई मेजबान राज्यों ने आईपीएल से हाथ खींच लिए हैं। इस वजह से रायपुर फिर मेजबानी की दौड़ में आ गया है और राजधानी के स्टेडियम में अगले महीने आईपीएल के दो से तीन मैच होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

आईपीएल के मुकाबले इस बार हैदराबाद, पुणे, राजकोट, इंदौर, बेंगलुरू, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चंडीगढ़ और कानपुर में होने हैं। हर मैच का आधा-आधा खर्च क्रमश: बीसीसीआई और मैच के प्रायोजक यानी फ्रेंचाइजी उठाते हैं, लेकिन लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड अब तक फैसला नहीं कर पाया है कि मैच का आधा खर्च वह दे या नहीं। ऐसे में मैच का खर्च राज्यों के एसोसिएशनों को ही उठाना होगा, जो 60 लाख रुपए है। इसीलिए कई राज्यों के एसोसिएशन अपने यहां आईपीएल मैच कराने से पीछे हट गए हैं।

इसके विपरीत, रायपुर को इस बार एक भी मैच की मेजबानी नहीं मिली है, लेकिन यहां जितने बार भी आईपीएल हुआ है, उसका जबर्दस्त क्रेज रहा है। यहां 2013 में पहली बार आईपीएल मैच खेला गया था। 2014 में टी-20 चैंपियंस लीग के मैच हुए। पिछले दो साल में आईपीएल के दो-दो मैच हुए। हर मैच में यहां का स्टेडियम खचाखच रहा। देश के सभी बड़े सितारे यहां के स्टेडियम की तारीफ कर चुके हैं।

सूत्रों का कहना है कि मैच का खर्च उठाने के मामले में भी यहां का एसोसिएशन पीछे नहीं हटेगा। इसलिए ऐन वक्त पर माना जा रहा है कि रायपुर को दो-तीन आईपीएल मैच मिलने की संभावना बढ़ गई है।