महाराष्ट्र में एक और किसान ने खुदकुशी की, मरने से पहले CM को खत लिख कर की कर्जमाफी की अपील
महाराष्ट्र में चल रहा किसान आंदोलन लगातार बढ़ा होता जा रहा है. गुरुवार सुबह राज्य में एक और किसान के खुदकुशी करने की खबर आ रही है. इससे पहले नासिक के दो किसान भी खुदकुशी कर चुके हैं. वहीं अब सोलापुर के करमाला तहसील के एक गांव में 45 साल के धनाजी जाधव ने खुदकुशी कर ली है. कर्जे में दबे इस किसान ने खुदकुशी से पहले राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिख कर कहा कि मेरा अंतिम संस्कार ना किया जाए बल्कि मेरे दोस्तों का कर्ज माफ कर दिया जाए.
इससे पहले खबर थी कि जिसको देखते हुए राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार बैकफुट पर है. राज्य में खुदकुशी का आंकड़ा बढ़ने के बाद अब राज्य सरकार पांच एकड़ से कम जमीन वाले 1 करोड़ से ज्यादा किसानों की कर्ज माफी का फैसला कर सकती है. कहा जा रहा है कि इसका ऐलान 31 अक्टूबर को हो सकता है. इससे इतर शिवसेना ने कैबिनेट मीटिंग से कन्नी काटी.
1 जून से चल रहा है आंदोलन महाराष्ट्र में किसानों ने फसल खराब होने की वजह से कर्ज माफी तथा एमएसपी की गारंटी सहित विभिन्न मांगों के लिए एक जून को आंदोलन शुरू किया था. महाराष्ट्र के किसानों ने देवेंद्र फडणवीस सरकार के खिलाफ ‘किसान क्रांति’ नाम से आंदोलन शुरु किया है, आंदोलन कर रहे किसानों ने अहमदनगर जिले में बड़ी मात्रा में दूध हाईवे पर बहा दिया. वहीं किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन जारी रखेंगे.
कहां से हुई शुरुआत महाराष्ट्र में किसान आंदोलन की शुरुआत अहमद नगर जिले में गोदावरी नदी के किनारे बसे पुणतांबा गांव से हुई. सबसे पहले इसी गांव में हड़ताल हुआ.